उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास एंटीलिया के पास मिले विस्फोटक के मामले में संदिग्ध संलिप्तता के लिए सुर्खियों में रहे मुंबई पुलिस के गिरफ्तार अफसर सचिन वाजे ने कई जिंदगियां जी हैं. एनकाउंटर स्पेशलिस्ट से लेकर अपना सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म चलाने और वॉट्सऐप जैसा स्वदेशी मैसेजिंग ऐप डिजाइन करने वाले इस पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट ने पुलिसिंग के अलावा कई और क्षेत्रों में हाथ आजमाया है.
यही सब कुछ नहीं है इस निलंबित सहायक पुलिस निरीक्षक (एपीआई) ने दो किताबें भी लिखी है, उनके नाम पर छह ट्रेडमार्क पंजीकृत थे और एक बार कॉपीराइट उल्लंघन के मामले में वह बॉलीवुड अभिनेता रितेश देशमुख और जेनेलिया डिसूजा पर मुकदमा दायर कर चुके हैं.
सचिन वाजे को पिछले साल जून में उनकी बहाली से पहले 2003 में ख्वाजा यूनुस की पुलिस हिरासत में मौत के मामले में उनकी कथित भूमिका के कारण निलंबित कर दिया गया था. 2020 में मुंबई पुलिस में लौटने से पहले, वाजे ने प्रौद्योगिकी, एन्क्रिप्टेड सामग्री, सोशल मीडिया, साइबर स्पेस और संचार की दुनिया में एंट्री की.
मुंबई पुलिस के इस दागी अफसर के पुलिस की नौकरी के अलावा उसके जीवन के अन्य पक्षों का विस्तृत अवलोकन किया गया है.
ख्वाजा यूनुस मामले में सचिन वाजे की कथित भूमिका के बाद उनके निलंबन से पहले, वाजे ने तकनीक से संबंधित अपराधों जैसे साइबर-क्राइम, बैंक कार्ड और धोखाधड़ी आदि पर काम किया.
अपने निलंबन के बाद, उन्होंने कई प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्मों और उत्पादों को बनाने में तकनीक के साथ अपने साइबर कौशल और अनुभव का उपयोग किया.
इनमें से सबसे प्रभावशाली उनका मैसेजिंग और कम्युनिकेशन ऐप “डायरेक्ट बात” था. उद्यमियों, सरकारी एजेंसियों और हाई-प्रोफाइल लोगों के लिए खासतौर पर डिजाइन किया गया था, वाजे ने इस पेड सर्विस को ‘धरती पर सबसे सुरक्षित संचार सूट’ होने का दावा किया.
यह प्लेटफॉर्म अक्टूबर 2018 में लॉन्च किया गया था. एन्क्रिप्टेड कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्म, संदेश भेजने, वीडियो कॉलिंग और फाइल साझा करने में सक्षम, जिसे तकनीकी विशेषज्ञ संयोग शेलार के साथ मिलकर डिजाइन किया गया था.