भारत के पड़ोसी देश के क्रिकेट बोर्ड ने एक बड़ा फैसला लिया है। श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड ने अपने यहां एक या दो नहीं, बल्कि आधा दर्जन नए स्टेडियम बनाने का फैसला किया है। श्रीलंका क्रिकेट (SLC) ने देश में 6 नए स्टेडियम तैयार करने का फैसला किया है। ऐसा करने के पीछे श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड का मकसद है कि देश में क्रिकेट को विकसित किया जाए। हालांकि, ये स्टेडियम उन्हीं जगहों पर बनेंगे, जहां आस-पास स्टेडियम नहीं हैं।
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड देश के कुछ हिस्सों में क्रिकेट के विकास में निवेश कर रहा है, जो खेल से कम उजागर हैं, क्योंकि बोर्ड ने आउटस्टेशन्स में छह नए क्रिकेट स्टेडियम बनाने का फैसला किया है। श्रीलंका क्रिकेट यानी एसएलसी अध्यक्ष शम्मी सिल्वा द्वारा शुरू की गई परियोजना जमीनी स्तर पर खेल को विकसित करने के लिए एक बड़ा कदम है। कार्यकारी समिति ने भी इस फैसले पर मुहर लगा दी है, क्योंकि इससे देश में क्रिकेट का विकास होगा।
यहां बनेंगे नए स्टेडियम
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड इन नए स्टेडियमों को रत्नापुरा (मोनारविला), बादुल्ला (नगर मैदान), जाफना (मल्लकम मैदान) पोलोन्नारुवा (राष्ट्रीय स्टेडियम), अम्बालागोड़ा (नगरपालिका मैदान) और हेटिपोला में नई सुविधाओं का निर्माण ग्रामीण इलाकों में क्रिकेट के मानक में सुधार के लिए उनकी रणनीति के भाग के रूप में किया जाएगा। इन ग्रामीण इलाकों में क्रिकेट को पहुंचाने का मकसद बोर्ड का यह है कि यहां से भी खिलाड़ी देश को मिलें।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की बात करें तो श्रीलंका में कुछ ही जगहों पर इंटरनेशनल मैच खेले जाते हैं, लेकिन जैसे-जैसे देश में सुविधाएं बढ़ेंगी, बोर्ड को उतना ही फायदा होगा। इससे पहले बोर्ड ने देश की सरकार के साथ मिलकर एक पुराने स्टेडियम को रेनोवेट करके उसको अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने का फैसला किया था, क्योंकि इंटरनेशनल स्टेडियम श्रीलंका में गिने-चुने हैं। यही कारण है कि श्रीलंका को आइसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी नहीं मिलती है।