भारत में प्रतिभूति बाजार की नियामक संस्था सेबी के प्रमुख तुहिन कांत पांडे ने कहा है कि भारतीय शेयर बाजार में अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) की सहभागिता बढ़ाने के लिए केवाईसी की प्रक्रिया को आसान और सुरक्षित बनाने पर उनका फोकस है। सेबी प्रमुख ने कहा कि देश में अभी भी शेयर बाजार को लेकर जागरुकता की कमी है।
केवाईसी को आसान बनाने पर फोकस
मुंबई में बीएफएफ कैपिटल मार्केट कॉन्फ्लुएंस 2025 को संबोधित करते हुए तुहिन कांत पांडे ने कहा कि सेबी ने केवाईसी की प्रक्रिया को आसान बनाया है, लेकिन अनिवासी भारतीयों के लिए इसे और आसान बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ‘निवेशकों को जागरुक करने के लिहाज से हमने लंबा रास्ता तय किया है। हमने केवाईसी प्रक्रिया का आसान बनाया है और प्रक्रिया के पूरा होते ही लेन-देन की भी मंजूरी मिल जाती है, लेकिन अभी हमें इसे अनिवासी भारतीयों के लिए और आसान बनाने की जरूरत है ताकि अनिवासी भारतीयों की शेयर बाजार में सहभागिता को बढ़ाया जाए। यही हमारा फोकस है।’
लोगों में जागरुकता की कमी
सेबी प्रमुख ने कहा कि एक हालिया राष्ट्रव्यापी सर्वे से पता चला है कि 63 प्रतिशत लोग प्रतिभूति उत्पादों से वाकिफ हैं, लेकिन केवल 9.5 प्रतिशत ही सक्रिय तौर पर इसमें भाग लेते हैं। शहरी इलाकों में थोड़े ज्यादा 15 प्रतिशत लोग शेयर बाजार में सक्रिय हैं, वहीं ग्रामीण इलाकों में 6 प्रतिशत लोग ही शेयर बाजार में सक्रिय हैं। सर्वे में पता चला है कि 36 प्रतिशत निवेशक ही शेयर बाजार के बारे में ज्यादा या ठीक-ठाक जानकारी रखते हैं। इससे पता चलता है कि लोगों में जागरुकता की कमी है।