नवरात्र 17 अक्तूबर से शुरू होंगे। इस नवरात्र खास योग भी बन रहे हैं। इसमें शनि मकर राशि और बृहस्पति धनु राशि में रहेंगे। करीब 58 साल बाद ये दोनों ग्रह अपनी-अपनी राशियों में होंगे। इसका राशियों पर भी शुभ-अशुभ प्रभाव रहेगा।
ज्योतिषाचार्य शिव प्रसाद ममगाईं के अनुसार इस बार पितृ पक्ष के बाद एक महीने का अधिकमास लगने के कारण नवरात्र देरी से शुरू होंगे। हर बार पितृ पक्ष संपन्न होने के बाद नवरात्र शुरू होते थे। इस नवरात्र में पहले दिन से ही सूर्य का राशि परिवर्तन होगा।
सूर्य तुला राशि में प्रवेश करेगा। तुला राशि में वक्री बुध भी रहेगा। इसे बुध आदित्य योग कहा जाता है। बृहस्पति और शनि ग्रह का भी दुर्लभ योग बन रहा है। आचार्य डॉ. सुशांत राज के मुताबिक इस नवरात्र में दुर्लभ योग का असर राशियों पर भी पड़ेगा।
– मेष : विवाह के योग बन सकते हैं। बीमारी से निजात मिल सकती है।
– वृष : शत्रुओं का प्रभाव कम रहेगा। बीमारी में सुधार रहेगा।
– मिथुन : संतान सुख मिलने के योग हैं। आर्थिक लाभ व पेशे में वृद्धि होगी।
– कर्क : मां से सुख की प्राप्ति होगी। कार्यों में सफलता मिलेगी।
– सिंह : सोची गई योजना साकार होगी। भाई से सहयोग मिलेगा।
– कन्या : स्थायी संपत्ति लाभकारी रहेगी। धन वृद्धि होगी।
– तुला : मेहनत रंग लाएगी। सोचे हुए काम बनेंगे।
– वृश्चिक : धन आएगा, लेकिन टिकेगा नहीं। घर-परिवार में समस्या आ सकती है।
– धनु : सफलता मिलेगी। आर्थिक वृद्धि होगी।
– मकर : काम में समस्या रहेगी। तनाव रहेगा।
– कुंभ : भाग्य उदय एवं वृद्धि होगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा।
– मीन : वाहन लाभकारी नहीं रहेगा। दुर्घटना की आशंका है। दुश्मन भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।