सरकार ने एथेनॉल बनाने के लिए चीनी डायवर्जन पर लगी रोक हटा दी। इससे निवेशकों ने शुगर स्टॉक को लेकर जोशीली प्रतिक्रिया दी है। अब चीनी मिलें बेहतर तरीके से एथेनॉल उत्पादन कर पाएंगे। इससे उनका मुनाफा बेहतर होने की उम्मीद है। सरकार अब क्रूड ऑयल के आयात पर निर्भरता घटाना चाहती है और इसमें एथेनॉल की भूमिका अहम हो सकती है।
चीनी कंपनियों के स्टॉक में हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को जबरदस्त तेजी देखने को मिली। सरकार ने एथेनॉल से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण एलान किए हैं, जिनसे शेयरों ने तूफानी रफ्तार पकड़ ली है। बलरामपुर, धामपुर, डालमिया, अवध और रेणुका शुगर 7 से 9 फीसदी तक उछले हैं।
चीनी शेयरों में उछाल की वजह
सरकार ने एथेनॉल बनाने के लिए चीनी डायवर्जन पर लगी रोक हटा दी। इससे निवेशकों ने शुगर स्टॉक को लेकर जोशीली प्रतिक्रिया दी है। अब चीनी मिलें बेहतर तरीके से एथेनॉल उत्पादन कर पाएंगे। इससे उनका मुनाफा बेहतर होने की उम्मीद है। सरकार अब क्रूड ऑयल के आयात पर निर्भरता घटाना चाहती है और इसमें एथेनॉल की भूमिका अहम हो सकती है।
किस कंपनी में कितनी तेजी
धामपुर शुगर मिल्स के शेयर आज 220 रुपये पर खुले और इंट्राडे में 8 फीसदी की तेजी के साथ 229 रुपये पर पहुंच गए। बलरामपुर चीनी मिल्स का शेयर ने आज नया 52-वीक हाई बनाया। यह शुरुआती कारोबार में 7 फीसदी की तेजी के साथ 625 रुपये पर था। डालमिया भारत के शेयर भी 7 फीसदी की तेजी दिखी। श्री रेणुका शुगर्स लिमिटेड का शेयर भी 6 फीसदी से अधिक की तेजी आई।
गन्ने का सिरप इस्तेमाल की मंजूरी
सरकार ने नए सीजन से एथेनॉल में गन्ने का सिरप इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। एथेनॉल सीजन नवबंर से अक्टूबर तक चलता है। इस फैसले से शुगर कंपनियों को फायदा होगा। चीनी बिक्री के मुकाबले एथेनॉल प्रोडक्शन में ज्यादा फायदा होता है। शुगर कंपनियां एथेनॉल की कीमतें बढ़ाने की भी मांग कर रही हैं और सरकार इस पर विचार भी कर रही है। अगर एथेनॉल की कीमतें बढ़ती हैं, तो इससे शुगर कंपनियों को काफी फायदा होगा।