नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश के कई राज्यों में जारी बवाल के बीच भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में भी रार बढ़ती दिखाई दे रही है। अब भाजपा की सहयोगी शिरोमणि अकाली दल ने इस कानून को लेकर सवाल उठाए हैं। पार्टी ने इसमें मुसलमानों को शामिल किए जाने की मांग भी की है।
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए मुसलमानों को इस कानून में अलग नहीं करना चाहिए। बता दें कि अकाली दल भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का एक हिस्सा है। पार्टी ने संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक का समर्थन किया था लेकिन मुस्लिम समुदाय के बहिष्कार पर सवाल भी उठाया था।
एनडीए के अन्य सहयोगी नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड के अलावा रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी ने भी कानून को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। एक तरफ जहां बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ किया है कि बिहार में एनआरसी लागू नहीं होगा वहीं लोजपा ने कहा कि केंद्र सरकार कानून को लेकर फैले भ्रम को दूर करने में विफल रही है।
जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि एनआरसी के खिलाफ एनडीए के कई घटक दलों ने अपने विचार व्यक्त किए हैं। अगर इस मुद्दे पर एनडीए की बैठक बुलाई जाती है, तो जेडीयू इसका स्वागत करेगी। इस पर बैठक बहुत जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्पष्ट कर दिया है कि इसे राज्य में लागू नहीं किया जाएगा। हम एनआरसी के खिलाफ हैं।