संयुक्त राष्ट्र (यूएन) महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने पिछले सप्ताह अपने चीन दौरे पर उइगरों का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने चीन को आगाह किया कि शिनजियांग प्रांत में रहने वाले उइगर मुस्लिमों के साथ उसके बर्ताव पर यूएन की भी नजर है।
संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने सोमवार को यहां पत्रकारों से कहा कि चीन के बेल्ट एंड रोड फोरम के दौरान गुतेरस ने चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से भी मुलाकात की। उइगरों का मामला उठाए जाने के बारे में पूछने पर दुजारिक ने कहा, ‘यूएन प्रमुख ने सभी प्रासंगिक मसलों पर चीनी अधिकारियों के साथ बात की। उन्होंने शिनजियांग के हालात पर भी चर्चा की।’ गत मार्च में संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायुक्त माइकल बेचलेट ने दुनियाभर में मानवाधिकार को लेकर एक रिपोर्ट जारी की थी। इसमें शिनजिंयाग में लोगों के लापता होने और जबरन हिरासत में रखे जाने का मुद्दा उठाया गया था। पिछले साल अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने भी कहा था कि शिनजियांग में करीब 20 लाख लोगों को हिरासत केंद्रों में रखा गया है। चीन ने हालांकि अपना बचाव करते हुए इन्हें व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र बताया था।
मुस्लिमों पर थोपी गई हैं सख्त बंदिशें- चीन ने अशांत शिनजियांग प्रांत में सख्त बंदिशें लगा रखी हैं। इस प्रांत में बड़ी संख्या में उइगर मुस्लिम रहते हैं। प्रांत में खुले में नमाज पढ़ने, बुर्का पहनने और दाढ़ी रखने पर रोक है। इस्लाम या उइगर संस्कृति से जुड़ी किताबें रखने को कट्टरपंथी बर्ताव माना जाता है।