आज यानी 28 सितंबर को आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है। शारदीय नवरात्र की षष्ठी तिथि पर मां कात्यायनी की पूजा-अर्चना करने का विधान है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, मां कात्यायनी की उपासना करने से वैवाहिक जीवन में खुशियों का आगमन होता है। साथ ही शुभ फल की प्राप्ति होती है। षष्ठी तिथि पर कई मंगलकारी योग भी बन रहे हैं। ऐसा माना जाता है कि इन शुभ योग में पूजा करने का दोगुना फल मिलता है। ऐसे में आइए जानते हैं आज का पंचांग के बारे में।
तिथि: शुक्ल षष्ठी
मास पूर्णिमांत: अश्विन
दिन: रविवार
संवत्: 2082
तिथि: षष्ठी दोपहर 02 बजकर 27 मिनट तक
योग: 29 सितंबर को आयुष्मान रात्रि 12 बजकर 32 मिनट तक
करण: तैतिल दोपहर 02 बजकर 27 मिनट तक
करण: 29 सितंबर को गरज प्रातः 03 बजकर 32 मिनट तक
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय: प्रातः 06 बजकर 12 मिनट पर
सूर्यास्त: सायं 06 बजकर 10 मिनट पर
चंद्रमा का उदय: प्रातः 11 बजकर 57 मिनट पर
चन्द्रास्त: रात्रि 10 बजकर 02 मिनट पर
सूर्य राशि: कन्या
चंद्र राशि: वृश्चिक
पक्ष: शुक्ल
शुभ समय अवधि
अभिजीत मुहूर्त: प्रातः 11 बजकर 48 मिनट से दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक
अमृत काल: सायं 06 बजकर 05 मिनट से सांय 07 बजकर 53 मिनट तक
अशुभ समय अवधि
राहुकाल: दोपहर 04 बजकर 41 मिनट से दोपहर 06 बजकर 10 मिनट तक
गुलिकाल: दोपहर 03 बजकर 11 मिनट से सांय 04 बजकर 41 मिनट तक
यमगण्ड: दोपहर 12 बजकर 11 मिनट से दोपहर 01 बजकर 41 मिनट तक
आज का नक्षत्र
आज चंद्रदेव ज्येष्ठ नक्षत्र में रहेंगे…
ज्येष्ठ नक्षत्र- 29 सितंबर को प्रातः 03 बजकर 55 बजे तक
सामान्य विशेषताएं: बुद्धिमान, व्यावहारिक, दार्शनिक, चतुर, सीमित मित्रता वाला, आक्रामक और महत्वाकांक्षी
नक्षत्र स्वामी: बुध देव
राशि स्वामी: मंगल देव
देवता: इंद्र (देवताओं के राजा)
प्रतीक: बालियां, छत्र या ताबीज