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जेंसी/राज्यसभा सदस्य और लिकर किंग विजय माल्या के साथ अध्यात्मिक गुरु रवि शंकर का मुद्दा शुक्रवार को भी राज्यसभा में छाया रहा। श्रीश्री द्वारा एनजीटी द्वारा लगाया गया जुर्माना न भरने की घोषणा के बाद जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव ने उन पर जमकर निशाना साधा।
शरद ने इस मुद्दे को राज्यसभा में उठाते हुए कहा कि क्या क्या श्रीश्री कानून और सिस्टम से भी ऊपर हैं। उन्होंने इस मुद्दे पर सरकार से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि श्रीश्री को जेल भेजा जाना चाहिए।
वहीं कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि यमुना किनारे इकोलॉजिकल सिस्टम को श्रीश्री के कार्यक्रम से नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इस पर संसदीय कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि विपक्षी सदस्य पूर्वाग्रह से ग्रस्त हैं। उन्होंने अपील की कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए।दूसरी ओर माल्या के मुद्दे पर भी राज्यसभा में जमकर खींचतान देखने को मिली। विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने इस मुद्दे पर सरकार से फिर जवाब मांगा। कांग्रेस का कहना था कि जब बैंकों ने माल्या को डिफाल्टरों की सूची में डाल दिया और उसके खिलाफ कई मुकदमे चल रहे हैं तब कैसे वह देश से बाहर चला गया। सरकार ने उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस क्यों नहीं जारी किया।
कांग्रेस नेता रणदीप सूरजेवाला ने आरोप लगाया कि माल्या भागे नहीं जानबूझकर भगाया गया है। सरकार ने पिछले दरवाजे से उन्हें भागने का मौका या। सूरजेवाला ने कहा कि सरकार माल्या पर सारा सच देश के सामने लगना चाहिए। सरकार को बताना चाहिए कि उनका माल्या से क्या करार हुआ है।
वहीं इस मुद्दे पर दोपहर बार राज्यसभा की इथिक्स कमेटी की बैठक भी होनी है। कमेटी के चेयरमैन डा. कर्ण सिंह ने कहा कि जब इस मुद्दे को बैठक में रखा जाएगा तब इस पर चर्चा होगी। वहीं समन जारी होने के बाद किंगफिशर एयरलाइंस के चीफ फाइनेंस ऑफिसर ए रघुनाथन मुंबई में ईडी ऑफिस में पहुंचे। ईडी के अधिकारियों ने उनसे काफी देर तक पूछताछ की।