दिनभर के कारोबार के बाद सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को शेयर बाजार मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 70.21 अंक यानी 0.17 फीसदी की बढ़त के बाद 40,356.69 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी 23.20 अंक यानी 0.20 फीसदी की बढ़त के बाद 11,895.30 के स्तर पर बंद हुआ।
कॉर्पोरेट इतिहास का सबसे बड़ा तिमाही घाटा होने के बाद भी वोडाफोन-आइडिया और एयरटेल के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए हैं। शुक्रवार को वोडाफोन आइडिया का शेयर 0.80 अंक यानी 27.12 फीसदी की बढ़त के बाद 3.75 के स्तर पर बंद हुआ। शुरुआती कारोबार में यह 2.70 के स्तर पर खुला था। इसके साथ ही भारती एयरटेल के शेयर में भी बढ़त आई। यह 33.50 अंक यानी 9.24 फीसदी की बढ़त के बाद 396 के स्तर पर बंद हुआ। शुरुआती कारोबार में यह 357.85 के स्तर पर खुला था।
इन कंपनियों को कुल 74,000 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। वोडाफोन-आइडिया बैंकों के लिए सबसे बड़ा घाटा बन सकती है। अगर कंपनी अपने समायोजित एकल राजस्व (एजीआर) का भुगतान सरकार को नहीं करती है और डिफॉल्टर होती है, तो सरकार इस कंपनी को मिली बैंक गारंटी को वापस ले सकती है। ऐसे में कंपनी का दिवालिया होना बैंकों के लिए मुसीबत बन सकता है।