राज्य में भाजपा को कमलनाथ के बहाने बड़ा मुद्दा मिल गया है। वह हिंदू मतदाताओं को लामबंद करने में लग गई है। वहीं, कांग्रेस इसका बचाव करने में लगी है। मध्यप्रदेश में मतदान को महज 5 और राजस्थान में 14 दिन बचे हैं। ऐसे में भाजपा और कांग्रेस ने एक बार फिर हिंदू-मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण की राजनीति तेज कर दी है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ का एक कथित वीडियो वायरल हो रहा है। इसे लेकर भाजपा और कांग्रेस के नेता आमने-सामने हैं।
जिन 5 राज्यों में चुनाव हो रहे हैं वहां विधानसभा की 679 सीटें हैं। कांग्रेस ने इन 5 में से 4 राज्य मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में 27 मुस्लिमों को टिकट दिया है। भाजपा के 5 में से 3 राज्य मध्य प्रदेश राजस्थान और तेलंगाना में सिर्फ चार मुस्लिम प्रत्याशी हैं। इन 5 राज्यों में 90% वोटर हिंदू हैं। जबकि करीब 10% मुस्लिम वोटर हैं, जो इन राज्यों में करीब 90 सीटों पर असर डालते हैं।
राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस के बीच हिंदू वोटों के ध्रुवीकरण की राजनीति शुरू हो गई है। बुधवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि पार्टी राम मंदिर बनवाने के लिए कटिबद्ध है। वह अपने संकल्प से जरा भी नहीं हटेगी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सीपी जोशी ने कहा कि भाजपा राम मंदिर का निर्माण नहीं करा सकती। कांग्रेस का प्रधानमंत्री ही राम मंदिर बनवाएगा। कांग्रेस के पीएम राजीव गांधी ने ही 1985 में विवादित परिसर का ताला खुलवाया था।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ कथित वीडियो में मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों से कह रहे हैं कि राज्य के मुस्लिम बहुल पोलिंग बूथों पर 90% मतदान होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो कांग्रेस काे नुकसान होगा। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस वीडियो को कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति का नमूना बताया। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने चुनाव आयोग से शिकायत कर कमलनाथ पर राज्य की फिजा बिगाड़ने का आरोप लगाय।
मध्यप्रदेश – राज्य की 230 सीटों में से कांग्रेस ने सिर्फ 3 और भाजपा ने एक मुस्लिम प्रत्याशी को टिकट दिया। राज्य में करीब 11% मुस्लिम वोटर हैं। राज्य में कांग्रेस ने 1980 में सबसे ज्यादा 20 मुस्लिम प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। प्रदेश की मालवा, निमाड़ और भोपाल क्षेत्र की करीब 40 सीटों पर मुस्लिम मतदाताओं का प्रभाव है, सबसे ज्यादा करीब 50% मुस्लिम मतदाता भोपाल उत्तर सीट पर है। यहां कांग्रेस लगातार 4 बार से जीतती आ रही है।
राजस्थान
राज्य की 200 सीटों में से कांग्रेस ने 15 मुस्लिम और भाजपा ने सिर्फ एक मुस्लिम चेहरे और मंत्री यूनुस खान को सचिन पायलट के खिलाफ टोंक से टिकट दिया है। 2013 में भाजपा ने चार मुस्लिम उतारे थे, जिनमें से 2 जीते थे। खास बात है कि चुनाव से पहले तक देश में भाजपा के 1500 से ज्यादा विधायक थे। जिनमें मुस्लिम विधायक सिर्फ 2 थे। इनमें से 2 यहीं से थे। राज्य में करीब 10% मुस्लिम वोटर हैं, जिनका करीब 25 सीटों पर प्रभाव है।
छत्तीसगढ़
राज्य में वोटिंग समाप्त हो गई है। यहां पर भाजपा ने एक भी मुस्लिम को टिकट नहीं दिया। कांग्रेस से 2 मुस्लिम हैं। भाजपा महासचिव सरोज पांडेय की गृहक्षेत्र बैशाली नगर सीट से कांग्रेस ने बद्दरुद्दीन और सीएम रमन सिंह के गृहक्षेत्र कवर्धा से अकबर को टिकट दिया। राज्य में मुस्लिम वोटर 2% हैं और इनका 4 सीटों पर प्रभाव है।
मिजोरम
राज्य में करीब 2% मुस्लिम वोटर हैं। दोनों प्रमुख पार्टियों ने राज्य में एक भी मुस्लिम को टिकट नहीं दिया है। यहां की एक सीट पर मुस्लिम असर डालते हैं।
तेलंगाना
राज्य में कांग्रेस ने 7, भाजपा ने 02, टीआरएस ने 03 मुस्लिम उतारे हैं। तेलंगाना में 12% मुस्लिम वोटर हैं। वे 119 में से 20 सीटों को मुस्लिम वोटर प्रभावित करते हैं। हैदराबाद क्षेत्र में सबसे ज्यादा मुस्लिम वोटर हैं। यहां की सभी 7 सीटों पर टीआरएस की सहयोगी और ओवैसी की पार्टी एमआईएम चुनाव लड़ रही है।