कॉलेजों में दाखिला का इंतजार कर रहे विद्यार्थियों को इस बार अन्य दस्तावेजों की तरह एक शपथपत्र अलग से देना होगा। इसमें उन्हें बताना होगा कि वे न तो किसी साथी की रैगिंग करेंगे और न ऐसी गतिविधि में शामिल होने वाले का साथ देंगे। शपथपत्र में रैगिग जैसी किसी भी अवांछित गतिविधि में शामिल पाए जाने पर प्रवेश निरस्त करने की बात भी लिखी होगी। दरअसल, छात्रसंघ चुनाव होने के बाद कॉलेजों में रैगिग जैसी गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए उच्चतर शिक्षा निदेशालय ने सख्त कदम उठाए हैं। इसी के तहत इस प्रकार का शपथपत्र भी अनिवार्य किया गया है।