कल से शुरू होने वाली विश्व धरोहर समिति की बैठक में शामिल हो रहे 142 देशों के प्रतिनिधि राजधानी की खूबसूरती का दीदार करेंगे।
लुटियन दिल्ली एक बार फिर विदेशी मेहमानों के लिए सज गई है। रविवार से शुरू होने वाली विश्व धरोहर समिति की बैठक में शामिल हो रहे 142 देशों के प्रतिनिधि राजधानी की खूबसूरती का दीदार करेंगे। इंडिया गेट, लोदी गार्डन, जंतर-मंतर, पुराना किला, लालकिला, कुतुब मीनार समेत दूसरे ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करेंगे। विदेशी मेहमानों से कनाट प्लेस की शाम भी गुलजार होंगी।
उधर, मानसून के दौरान होने वाले आयोजन में जलभराव से निपटने की एनडीएमसी ने विशेष तैयारी की है। जलभराव के प्वाइंट की पहचान कर वहां टीमें तैनात की गई हैं।
एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने बताया कि भारत मंडपम में 21 से 31 जुलाई 2024 तक विश्व धरोहर समिति की बैठक होगी। इस बैठक में 142 देशों के 825 प्रतिनिधि भाग लेंगे। एनडीएमसी ने उसके स्वागत के विशेष तैयारी की है।
इस कड़ी में उनको देश की संस्कृति से रूबरू कराने के लिए दीवार कला और मूर्तियां स्थापित कर रही है। अफ्रीकी एवेन्यू रेलवे अंडरपास और सफदरजंग फ्लाईओवर पर देश की संस्कृति से जुड़ी कलाकृतियां बनाई जा रही है। वहीं मंडी हाउस चौराहा, ताज मान सिंह चौराहा और होटल ली मेरिडियन के सामने वाले चौराहे पर विभिन्न मूर्ति स्थापित की जा रही है। एनडीएमसी सभी 52 चौराहों को सुंदर बनाने में लगी हुई है।
50000 सजावटी पौधे लगाए गए
नई दिल्ली इलाके को फूलों से भी सजाया जा रहा है। सरदार पटेल मार्ग को गमले में लगे पौधों और फूलों की सजावट से सुसज्जित किया गया है। बागवानी विभाग ने लगभग 50,000 सजावटी पौधे और फूल से सजाया है। विश्व धरोहर समिति के लोगो वाले आठ पुष्प बोर्ड प्रदर्शित किए जाएंगे। सरदार पटेल मार्ग से भारत मंडपम तक विशेष तैयारियों में गमले रखे जाएगे। इसके अलावा विभिन्न रंगों झंडे लगाने के साथ-साथ पेड़ोें पर रोशनी की जाएगी। इसके अलावा विभाग ने गर्मी व जलभराव से क्षतिग्रस्त पौधों को बदल दिया है। इसी तरह कनॉट प्लेस को भी विशेष रोशनी से सजाया जाएगा। यहां पर 11 डिजिटल बोर्ड पर कनॉट प्लेस की ऐतिहासिक तस्वीरें प्रदर्शित की जाएगी।
जलभराव की समस्या से निपटने के लिए व्यापक उपाय
एनडीएमसी ने मानसून और पिछले दिनों हुए जलभराव के मद्देनजर व्यापक उपाय किए गए है। जलभराव की समस्याओं की निगरानी और समाधान के लिए 175 कर्मियों के साथ छह नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। वहीं, जलभराव प्रबंधन के लिए 120 स्थायी पंप और 75 पोर्टेबल पंप लगाए गए हैं। आकस्मिक जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए 48 अस्थायी कर्मचारी तैनात हैं। कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से व्यापक निगरानी से जलभराव, सड़क अवरोध व अन्य व्यवधानों का प्रबंधन किया जाएगा।
जलभराव की निगरानी के लिए एनडीएमसी ने अपने क्षेत्र के संवेदनशील बिंदुओं पर अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए हैं। सभी सड़कों की मरम्मत की गई है और भारी बारिश से उत्पन्न व्यवधानों को दूर कर दिया गया है। खान मार्केट, जनपथ और कनॉट प्लेस जैसे बाजारों में विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है।