विदेश मंत्रालय थिंक-टैंक पुणे इंटरनेशनल सेंटर के साथ अगले सप्ताह के अंत तक भू-आर्थिक मुद्दों पर केंद्रित तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन करेगा।
आयोजकों ने सोमवार को यह जानकारी दी कि सम्मेलन के वक्ताओं में विदेश मंत्री एस जयशंकर भी शामिल होंगे, जिसमें ऑस्ट्रेलिया, जापान, मॉरीशस, मालदीव और भूटान की सरकारों के वरिष्ठ प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
सेवानिवृत्त राजनयिक गौतम बंबावाले इस कार्यक्रम के संयोजक हैं। वह 2018 तक चीन में भारत के राजदूत रहे हैं। उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि इस आयोजन में दुनियाभर से प्रतिनिधि शामिल होंगे।
गौरतलब है कि यह सम्मेलन ऐसे समय हो रहा है, जब भारत और चीन के बीच संबंधों में खटास है। दोनों देशों के बीच पिछले साल सीमा विवाद चरम पर पहुंच गया था, जिसे लेकर बातचीत अभी चल रही है।
चीन के बारे में एक विशिष्ट प्रश्न का उत्तर देते हुए, गौतम बंबावाले ने कहा कि इस कार्यक्रम में एशियाई विकास बैंक के एक उपाध्यक्ष भी हिस्सा ले रहे हैं, जो एक चीनी नागरिक हैं। उनके अलावा बीजिंग स्थित एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक के एक अधिकारी भी इस आयोजन में हिस्सा ले रहे हैं।
आयोजकों ने बताया कि प्रमुख वक्ताबों में आरबीआई के पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल, उद्योगपति कुमारमंगलम बिड़ला, राजीव बजाज और नौशाद फोर्ब्स, विदेश सचिव एच वी श्रृंगला, डब्ल्यूटीओ में भारतीय राजदूत ब्रजेंद्र नवनीत और वाणिज्य सचिव अनूप वधावन शामिल हैं।