कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतारने के आरोपित विकास दुबे की तलाश में यूपी एसटीएफ की टीम शहडोल पहुंची थी। सोमवार को एसटीएफ की टीम जब बुढार पहुंची तो उस समय राजू निगम जो कि विकास दुबे का साला है किसी काम से बाहर था और दुकान पर नहीं था दुकान पर राजू निगम का बेटा आदर्श बैठा हुआ था। एसटीएफ की टीम राजू निगम के बेटे आदर्श को उठाकर ले गई।
एसपी से जाकर मिले राजू और उसकी पत्नी
इस बात को लेकर मंगलवार को राजू निगम और उसकी पत्नी पुष्पा निगम पुलिस अधीक्षक से मिलने पहुंचे इन दोनों ने पुलिस अधीक्षक को बताया कि वह 15 साल पहले ही कानपुर छोड़कर बुढ़ार आकर रहने लगे हैं। विकास दुबे से उनका कोई लेना देना नहीं है, इन्होंने शपथ पत्र देकर कहा कि 15 साल से विकास के साथ कोई नाता भी नहीं है। इन दोनों ने पुलिस अधीक्षक से गुजारिश की कि उनके बेटे को मुक्त करा दिया जाए। पुलिस अधीक्षक ने राजू निगम के बयान दर्ज किए और प्राथमिक पूछताछ के लिए बुढ़ार थाने भेज दिया। बुढ़ार पुलिस ने राजू निगम को मंगलवार की रात भर थाने में रखा बुधवार की सुबह यूपी की एसटीएफ टीम फिर बुढ़ार पहुंची और राजू निगम को उठाकर ले गई।
पत्नी ने लगाई योगी से गुहार
विकास दुबे के साले राजू निगम की पत्नी पुष्पा निगम ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाते हुए कहा है कि मेरे पति राजू निगम और मेरे बेटे आदर्श निगम को एसटीएफ टीम से मुक्त कर दिया जाए। पुष्पा का कहना है कि विकास दुबे से उनका कोई लेना देना नहीं है। न तो विकास यहां आता है और न ही हम लोग विकास के यहां जाते। पुष्पा निगम ने कहा है कि विकास दुबे ने जो कुछ भी किया है गलत किया है और उसका परिणाम उसे भुगतना चाहिए लेकिन मेरे पति और मेरा बेटा निर्दोष है। इनको सकुशल वापस किया जाए।