मजबूत मांग के दम पर इस साल त्योहारी सीजन में वाहनों की बिक्री रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई। 42 दिन के त्योहारी सीजन में कुल खुदरा बिक्री 19 प्रतिशत बढ़कर 37.93 लाख यूनिट रही। यह अब तक का रिकॉर्ड है। पिछले साल इसी दौरान 31.95 लाख वाहन बेचे गए थे। इस वर्ष त्योहारी सीजन 15 अक्तूबर को शुरू होकर 25 नवंबर को समाप्त हुआ।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (फाडा) के मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, ट्रैक्टर के अलावा सभी सेगमेंट में सालाना आधार पर वृद्धि दर्ज की गई है। इस साल नवरात्रि के पहले दिन से शुरू होकर और धनतेरस के 15 दिन बाद समाप्त हुए त्योहारी सीजन में यात्री वाहन की खुदरा बिक्री 10 प्रतिशत बढ़कर 5.47 लाख रही। पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 4.96 लाख यूनिट रही थी।
नवरात्र में रहा था खराब प्रदर्शन, दिवाली में सुधार
फाडा अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने कहा, नवरात्र में खराब प्रदर्शन के बावजूद दिवाली तक स्थिति में सुधार हुआ और बिक्री में 10 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई। त्योहारों में स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहनों (एसयूवी) की मांग सबसे अधिक रही। दोपहिया वाहनों का पंजीकरण 21% बढ़ 28.93 लाख यूनिट रहा। 2022 में 23.96 लाख यूनिट था। कई श्रेणियों में रिकॉर्ड तोड़ बिक्री दर्ज की गई। ग्रामीण क्षेत्रों ने खासकर दोपहिया वाहनों की वृद्धि में योगदान दिया।
वाणिज्यिक वाहनों में 8 प्रतिशत की तेजी
त्योहारी सीजन में वाणिज्यिक वाहनों की भी मांग बनी रही। इनकी बिक्री 8% बढ़ 1.24 लाख यूनिट रही। तिपहिया वाहनों का पंजीकरण 41 प्रतिशत बढ़कर 1.43 लाख यूनिट हो गया है। एक साल पहले समान अवधि में 1.01 लाख यूनिट की बिक्री हुई थी।
ट्रैक्टर की बिक्री मामूली घटी
ट्रैक्टर की बिक्री 86,951 यूनिट से घटकर 86,572 रह गई। नवरात्र में ट्रैक्टर की बिक्री में 8.3% की कमी देखी गई, लेकिन इसमें सुधार हुआ। फाडा ने वाहनों के कुल 1,442 क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में से 1,355 कार्यालयों के आंकड़ों के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार की है।