मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को एयरपोर्ट रोड स्थित हरहुआ के काजीसराय में 51 फीट ऊंची हनुमानजी की प्रतिमा का लोकार्पण किया। उन्होंने प्रतिमा की परिक्रमा करके विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। जय हनुमान श्री पीठ ट्रस्ट की ओर से स्थापित इस भव्य प्रतिमा को राजस्थान के कारीगरों ने दो साल में तैयार किया है।
लोकार्पण समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने आस्था के इस प्रतीक को काशीवासियों को समर्पित किया। उन्होंने विशाल प्रतिमा की भव्यता को निहारा और प्रशंसा करते हुए कहा कि यह प्रतिमा लोगों में भक्ति, शक्ति और समर्पण की भावना को मजबूत करेगी। भक्तों को नई ऊर्जा और साहस प्रदान करेगी। यह प्रतिमा न केवल वाराणसी बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए गौरव का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री ने श्रीवरद आंज्नेय, जय हनुमान सीपीठ ट्रस्ट और पूर्वांचल रियल एस्टेट एसोसिएशन (क्रेडाई) के प्रयासों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से समाज में सकारात्मकता और एकता का संदेश जाता है। ऐसे धार्मिक आयोजन समाज में एकता, समर्पण और भक्ति की भावना को प्रोत्साहित करते हैं। भगवान हनुमान की यह प्रतिमा श्रद्धालुओं के लिए एक प्रेरणास्रोत बनकर यहां सदैव बनी रहेगी।
इस मौके पर क्रेडाई के संरक्षक गोविंद केजरीवाल, अध्यक्ष आकाशदीप, जितेंद्र सिंह, आरसी जैन, सर्वेश अग्रवाल, अनुज डिडवानिया, अनूप दुबे, संतोष राणा, आशुतोष सिंह, धीरज अग्रवाल, वीके मालू, अंबर जैन मौजूद रहे।
जमीन से 73 फीट है प्रतिमा की ऊंचाई
हनुमानजी की प्रतिमा भव्यता और कलात्मकता के लिहाज से खास है। 51 फीट ऊंची प्रतिमा को 22 फीट के आधार पर स्थापित किया गया है। यानी जमीन की सतह से प्रतिमा की कुल ऊंचाई 73 फीट है। इसके जरिये भगवान हनुमान को पारंपरिक मुद्रा में दर्शाया गया है, जो भक्तों के मन में शक्ति, साहस और भक्ति का संचार करता है। भव्य प्रतिमा की परिकल्पना डॉ. सी.बी. सिंह ने की थी। उनके इस प्रयास में विशेष योगदान देवानंद सिंह और पीबी सिंह का रहा है।