धीमी इंटरनेट कनेक्टिविटी मिलने के पीछे कई छोटी-छोटी चीजें होती है जिन्हें हम नजरअंदाज कर देते हैं। अक्सर होता है कि नया वाई-फाई कनेक्शन लेते वक्त बहुत से लोग पुराने राउटर को ही तरजीह देते हैं। लेकिन इसकी वजह से स्पीड स्लो होने के चांसेस बढ़ जाते हैं। इसके अलावा और भी कई जरूरी चीजें हैं जो इंटरनेट स्पीड को प्रभावित करती हैं।
WI-FI आपके स्मार्टफोन, टैबलेट या अन्य डिवाइस को इंटरनेट से कनेक्ट करने के सबसे अच्छे तरीकों में से एक है, लेकिन कई बार वाई-फाई ढंग से काम नहीं करता है, जिसके कारण इंटरनेट कनेक्टिविटी का अनुभव खराब होने लगता है।
धीमी इंटरनेट कनेक्टिविटी की वजह से जरूरी काम भी अटक जाते हैं, ऐसा क्यों होता है इसका जवाब है हमारी छोटी-छोटी मिस्टेक, जिन्हें हम नजरअंदाज कर देते हैं। यहां उन 5 फैक्टर्स के बारे में बता रहे हैं, जो आपके वाई-फाई की स्पीड को स्लो कर सकते हैं।
राउटर की स्थिति
वाई-फाई पर आपका इंटरनेट धीमा होने का सबसे आम कारण राउटर की स्थिति है। जब वायरलेस राउटर की बात आती है, तो सबसे अहम बात है कि आप राउटर से कितनी दूरी पर इंटरनेट चला रहे हैं। आप अपने राउटर से जितने दूर होंगे, इंटरनेट स्पीड उतनी ही धीमी होगी। अगर आपका वायरलेस राउटर दो या उससे ज्यादा कमरों की दूरी पर है, तो आपको कनेक्शन ड्रॉप जैसी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ध्यान रहे वाई-फाई 6 जैसे नए वाई-फाई मानक पिछले संस्करणों की तुलना में दीवारों को बायपास करने में बेहतर हैं।
राउटर से दूर होने पर 5GHz बैंड का उपयोग
ज्यादातर, आधुनिक वाई-फाई राउटर दो बैंड पर काम करते हैं, 2.4GHz और 5GHz। नए 5GHz बैंड गति में फास्ट इंटरनेट मिलता है और रुकावट न के बराबर होती है, आमतौर पर 2.4GHz नेटवर्क की तुलना में इसकी रेंज कम होती है। इसलिए यदि आप राउटर से दूर वाई-फाई का उपयोग कर रहे हैं, तो संभावना है कि आपको नेटवर्क ड्रॉप का अनुभव हो सकता है। इस स्थिति में इंटरनेट चलाने के लिए 2.4GHz बैंड पर स्विच कर लेना सही ऑप्शन है।
ज्यादा डिवाइस कनेक्ट होना
अगर इंटरनेट कनेक्टिविटी धीमी हो गई है तो हो सकता है कि एक साथ वाई-फाई से बहुत सारे डिवाइस कनेक्ट हों। राउटर पर ज्यादा ट्रैफिक होने का असर इंटरनेट स्पीड पर पड़ता है। यह ज्यादा बड़ी परेशानी नहीं है। अगर कोई एक व्यक्ति डिवाइस को डिस्कनेक्ट कर लेता है तो स्पीड फिर से सामान्य हो सकती है,
इस समस्या को खत्म करने के लिए आपके पास दो ऑप्शन हैं।
पहला आप कनेक्टेड डिवाइसों की संख्या कम कर सकते हैं।
दूसरा अधिक गति वाले प्लान में अपग्रेड कर सकते हैं।
धीमा या पुराना राउटर
अक्सर होता है कि नया वाई-फाई कनेक्शन लेते वक्त बहुत से लोग पुराने राउटर को इस्तेमाल कर लेते हैं, लेकिन धीमा इंटरनेट होने के पीछे ये भी एक वजह हो सकती है। अगर आपने भी पुराने राउटर पर भरोसा किया है तो एक बार इसकी जांच जरूर कर लें। अगर आप पांच साल से ज्यादा पुराना राउटर इस्तेमाल कर रहे हैं, तो शायद यह पूरी स्पीड से काम नहीं कर पाएगा।
सिग्नल में रुकावट
वाई-फाई रेडियो सिग्नल का एक रूप है। ऐसे में सिग्नल में रुकावट आने के काफी चांसेस रहते हैं। यदि आप किसी अपार्टमेंट या घनी आबादी वाले क्षेत्र में आप रह रहे हैं, तो आपके वाई-फाई सिग्नल अन्य वाई-फाई नेटवर्क में रुकावट आ सकती है। साथ ही अधिकांश वाई-फाई नेटवर्क एक ही चैनल पर काम करते हैं, इसलिए यदि आपका वाई-फाई दूसरे के समान चैनल पर है, तो नेटवर्क धीमा होना लाजमी है।