देश के सरकारी बैंकों में से एक बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान लोन और डिपॉजिट में प्रतिशत के संदर्भ में बाकी सभी पीएसयू बैंकों में पहला स्थान प्राप्त किया है।
कितना बढ़ा डिपॉजिट?
बैंक ऑफ महाराष्ट्र के जमा और एडवांस में 20 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई, जो जुलाई-सितंबर की अवधि के दौरान किसी भी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक द्वारा सबसे अधिक है।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) का एडवांस सितंबर तिमाही में 23.55 प्रतिशत बढ़कर 1,83,122 करोड़ रुपये हो गया।
लिस्ट में और किस बैंक का नाम शामिल?
20.29 प्रतिशत की वृद्धि के साथ इंडियन ओवरसीज बैंक, 17.26 प्रतिशत की वृद्धि के साथ सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और 16.53 प्रतिशत की वृद्धि के साथ यूको बैंक का नाम शामिल है।
वहीं भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) घरेलू एडवांस ग्रोथ में 13.21 प्रतिशत की वृद्धि के साथ सातवें स्थान पर रहा। हालांकि एसबीआई का कुल लोन बीओएम के 1,75,676 करोड़ रुपये की तुलना में लगभग 16 गुना अधिक यानी 28,84,007 करोड़ रुपये था।
डिपॉजिट ग्रोथ की बात करें तो बीओएम का जमा वृद्धि के संबंध में, बीओएम में 22.18 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई और सितंबर 2023 के अंत में 2,39,298 करोड़ रुपये जुटाए गए।
प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, जमा में 12 प्रतिशत की वृद्धि (10,74,114 करोड़ रुपये) के साथ बैंक ऑफ बड़ौदा दूसरे स्थान पर था, जबकि एसबीआई ने 11.80 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 45,03,340 करोड़ रुपये दर्ज की।
जमा राशि में बीओएम टॉप
कम लागत पर चालू खाता और बचत खाता (CASA) जमा राशि जुटाने के मामले में BoM ने 50.71 प्रतिशत के साथ शीर्ष स्थान बरकरार है, दूसरे नंबर पर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया 49.93 प्रतिशत के साथ मौजूद है।
22 प्रतिशत के अधिक बढ़ा कारोबार
लोन और जमा में उच्च वृद्धि के कारण, बैंक के कुल कारोबार में भी 22.77 प्रतिशत की उच्चतम वृद्धि दर्ज की गई, जो 4,22,420 करोड़ रुपये थी, इसके बाद बैंक ऑफ बड़ौदा ने 13.91 प्रतिशत की वृद्धि (19,08,837 करोड़ रुपये) दर्ज की।