लेबनान की राजधानी बेरुत में इस माह की शुरुअत में हुए जानलेवा विस्फोट ने बंदरगाह पर पार्क इंपोर्टेड वाहनों को भी तबाह कर दिया। इस विस्फोट में 181 लोगों की मौत हो गई और 6500 से अधिक लोग जख्मी हो गए। वहीं सैंकड़ों बेघर हो गए।

4 अगस्त को हुए धमाकों से दहले लेबनान के प्रधानमंत्री हसन दियाब ने कहा कि बेरुत बंदरगाह के वेयरहाउस में करीब 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट रखा हुआ था, जिसमें विस्फोट हो गया और इसके कारण बेरुत के बड़े हिस्से को नुकसान पहुंचा। पोर्ट के 12 नंबर वेयरहाउस में 2014 से भंडारित अमोनियम नाइट्रेट इस जानलेवा विस्फोट का कारण बना और इसके कारण करोड़ों डॉलर का नुकसान हुआ। दुनिया के कई देशों की ओर से लेबनान को सहायता भेजी गई।
आइएएनएस के अनुसार, लेबनान के न्यायिक इंवेस्टिगेटर फादी सावान ने बेरूत पोर्ट पर हुए विस्फोटों के मामले में चार संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया। अब तक कुल 16 लोग इस विस्फोट के आरोप में पकड़े गए हैं।
गिरफ्तार किए गए लोगों में बंदरगाह परिचालन के निदेशक समेर राड, बचाव और सुरक्षा प्राधिकरण के प्रमुख मोहम्मद जि़याद अल अवफ और कस्ट्म्स में पहले सार्जेंट रहे खालिद अल खातीब और इलियास शाहीन शामिल हैं।
बीते चार अगस्त को पोर्ट ऑफ बेरूत में दो बड़े विस्फोट हुए थे, जिससे लेबनान की राजधानी की इमारतें हिल गईं थी और करीब 183 लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब 6,000 लोग घायल हो गए थे।
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