लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में इमरजेंसी सेवा का विस्तार होगा। यहां बेड बढ़ाने के साथ-साथ डायग्नोस्टिक सुविधाओं का भी इजाफा किया जाएगा। वहीं कैजुअल्टी वार्ड का भी गठन किया गया है, जो कि जल्द ही पूरी क्षमता के साथ चलेगा।
संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. भुवन चंद्र तिवारी के मुताबिक हॉस्पिटल ब्लॉक में इमरजेंसी सेवा को अपग्रेड किया जा रहा है। इसके लिए पूर्व में निर्धारित वेटिंग एरिया में कैजुअल्टी वार्ड का निर्माण कर दिया गया है। हाल में ही छह बेड डाले दिए गए हैं, इसे जल्द ही 20 बेड कर दिया जाएगा। वहीं तीमारदारों के लिए वेटिंग एरिया को औषधि भंडार के पास बना दिया गया है।
64 बेड की होगी इमरजेंसी
इमरजेंसी वार्ड को तीन जोन में बांटा जाएगा। इसमें रेड जोन में अति गंभीर मरीज, येलो जोन में गंभीर व ग्रीन जोन में खतरे से बाहर वाले मरीजों को भर्ती किया जाता है। अभी कुल 44 बेड की इमरजेंसी है, 20 बेड बढऩे पर 64 बेड हो जाएंगे।
बेड साइड एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड
डॉ. भुवनचंद्र के मुताबिक इमरजेंसी में बेड साइड एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड होगा। पोर्टेबल मशीन के जरिए मरीज की तुरंत जांच हो सकेगी। वहीं ईको भी 24 घंटे होगा। ऐसे में मरीजों को जांच के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।
हृदय रोगियों को राहत
अभी इमरजेंसी में सिर्फ ईसीजी हो रही है। ठंड में हार्ट अटैक के रोगी बढ़ जाते हैं। वहीं ईको होने से हृदय रोगियों को राहत मिलेगी। हार्ट अटैक के मरीज की जांच कर तुंरत आइसीयू व कैथ लैब शिफ्ट किया जा सकेगा। वहीं एक्स-रे होने से सांस व फ्रैक्चर के मरीज, अल्ट्रासाउंड से एब्डॉमिन की समस्या की जांच तत्काल की जा सकेगी। डॉ. भुवन चंद्र के मुताबिक शीघ्र ही निदेशक डॉ. एके त्रिपाठी से चर्चा कर सेवाओं को रन किया जाएगा।