चिन्मयानंद प्रकरण को लेकर योगी सरकार से दो-दो हाथ करने के लिए राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा राजधानी लखनऊ पहुंची हैं।लखनऊ एयरपोर्ट से वह शहीद स्मारक पहुंची। यहां हजारों की संख्या में पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया।
शहीदों की श्रद्धांजलि देने के बाद प्रियंका वाड्रा ने कांग्रेस के बड़ा नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ मौन पदयात्रा शुरू की। बीच रास्ते में उन्होंने हनुमान मंदिर में नमन किया। इसके बाद वह जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पहुंचीं और गांधी जी को पुष्पांजलि अर्पित की।
इससे पहले राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यदि भारतीय जनता पार्टी को गांधी जी के दिखाए सत्य के मार्ग पर चलना है तो पहले उसको सच्चा होना पड़ेगा। प्रियंका ने कहा कि भाजपा को पहले सत्य के मार्ग पर चलना होगा, उसके बाद वह महात्मा गांधी जी की बात करे।
उन्होंने योगी सरकार पर निशाना साधते हुआ कहा कि यूपी में महिलाओं और कमजोर लोगों पर अत्याचार हो रहा है। हम महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं।
गांधी जयंती पर सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने शहीद स्मारक से गांधी प्रतिमा जीपीओ तक पदयात्रा की। प्रदेश भर से जुटे कार्यकर्ताओं का नेतृत्व कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा ने किया। प्रियंका को सुबह 11 बजे शहीद स्मारक पहुंचना था, लेकिन वह करीब 1 बजे पहुंचीं। यहां पुष्पांजलि अर्पित कर पदयात्रा शुरू की।
बताया गया कि प्रियंका को दो दिन से बहुत तेज बुखार है। इसके बावजूद वह तेज रफ्तार से कार्यकर्ताओं के साथ चलीं। प्रियंका आज लखनऊ में ही अपनी रिश्तेदार शीला कौल के आवास पर प्रवास कर सकती हैं।
काफी अर्से बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटाने में कामयाब रही है। पदयात्रा के दौरान भारी संख्या कांग्रेस कार्यकर्ता उमड़े हैं। पदयात्रा में कांग्रेस के नेता प्रमोद तिवारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद भी शामिल हैं।
कांग्रेसियों को शाहजहांपुर से पदयात्रा पुलिस-प्रशासन ने नहीं निकालने दी थी। अब गांधी जयंती पर बुधवार को कांग्रेस राजधानी में ताकत दिखाने की तैयारी में है। प्रदेशभर से जुट रहे कार्यकर्ताओं का नेतृत्व खुद राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा कर रही हैं।
सोनभद्र और उन्नाव की तरह ही शाहजहांपुर कांड पर भी कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। पहले शाहजहांपुर से लखनऊ तक पदयात्रा निकालने का प्रयास किया, जिसे पुलिस प्रशासन ने रोक दिया। मंगलवार को हर जिले में धरना प्रदर्शन की घोषणा की गई, लेकिन अचानक आंदोलन की रूपरेखा बदल दी गई। गांधी जयंती पर पहले से जो पदयात्रा प्रस्तावित थी, उसे जनाक्रोश यात्रा नाम दे दिया गया।
पदयात्रा के बाद प्रियंका प्रदेश मुख्यालय पहुंचेंगी। यहां कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर आगे के आंदोलन की रणनीति पर चर्चा कर सकती हैं। उसके बाद का कार्यक्रम अभी तय नहीं है, प्रियंका लखनऊ में दो दिन का प्रवास कर सकती हैं। वह यहां या रायबरेली में रात्रि विश्राम कर गुरुवार को शाहजहांपुर जा सकती हैं।