बदायूं में फर्जी आईपीएस अफसर बनकर अलापुर इलाके में रौब झाड़ने वाली युवती के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। हालांकि पहले पुलिस ने युवती को थाने बुलाकर बिना कार्रवाई किए ही छोड़ दिया था। इससे पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे थे।
अलापुर इलाके में 15 दिन पहले एक युवती के पुलिस की वर्दी में फोटो वायरल हुए थे। युवती आईपीएस अधिकारी की वर्दी पहने थी। वर्दी पर अशोक की लाट लगी थी। साथ ही उत्तर प्रदेश पुलिस के स्थान पर आईपीएस लिखा था।
गांव में छानबीन के दौरान पता चला था कि युवती काजल यादव मूलरूप से लखनऊ की रहने वाली है। उसने करीब आठ माह पहले दारानगर के एक युवक से शादी की थी। युवक गाजियाबाद की एक कंपनी में काम करता है। एक एप के माध्यम से दोनों संपर्क में आए थे।
फूल माला पहनाकर किया था स्वागत
युवक ने खुद को एक कंपनी में मैनेजर बताया था, जबकि युवती ने कहा था कि वह आईपीएस की ट्रेनिंग कर रही है। युवती कई बार गांव आकर रही। एक दिन वह आईपीएस अधिकारी की वर्दी पहनकर आई। तब उसका गांववालों ने फूल माला पहनाकर उसका स्वागत किया था। इसके फोटो भी वायरल हुए थे।
बताया जा रहा है कि युवती खुद को आईपीएस अधिकारी बताकर रौब झाड़ती थी। महिला आईपीएस के गांव दारा नगर आने और उसका स्वागत होने का मामला चर्चा में आया तो पुलिस उसे पकड़कर थाने ले आई। पूछताछ करने के बाद उसे बिना कोई कार्रवाई किए ही छोड़ दिया। अब अलापुर थाने के एसआई रामवीर सिंह ने युवती काजल यादव के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।