घरेलू मामलों में घिरी इमरान सरकार की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। दरअसल, विपक्षी दल रविवार को सर्वदलीय सम्मेलन का आयोजन कर रहे हैं। खास बात यह कि इसे पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भी संबोधित करने वाले हैं। जाहिर है, विपक्षी दल इमरान सरकार की नाकामियां गिनाएंगे और इस्तीफा मांगेंगे।
वीडियो कांफ्रेंसिंग से संबोधित करेंगे पूर्व प्रधानमंत्री शरीफ
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने फोन पर नवाज से बात की, उनका हालचाल पूछा और सम्मेलन में शामिल होने का न्योता दिया। शरीफ तीन महीने से लंदन में इलाज करा रहे हैं। पाकिस्तान की एक अदालत ने उन्हें वापस लाने के लिए गिरफ्तारी वारंट भी जारी कर रखा है।
मरियम नवाज खुद भी सम्मेलन में भाग लेंगी
डॉन न्यूज ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि शरीफ सम्मेलन को वीडियो कांफ्रेंसिंग से संबोधित करेंगे। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने पिता की सेहत के लिए फिक्रमंद होने और उन्हें आमंत्रित करने के लिए बिलावल को शुक्रिया कहा। मरियम खुद भी सम्मेलन में भाग लेंगी।
देश की विपक्षी पार्टियों ने इमरान सरकार को घेरने की रणनीति बनाने के लिए यह बैठक बुलाई है। कुशासन, चीनी-आटा घोटाला, मुद्रास्फीति, आर्थिक बदहाली जैसे मुद्दों पर इमरान सरकार तीखे सवालों का सामना कर रही है।
पीपीपी महासचिव सईद नैय्यर हुसैन बुखारी ने कहा कि सर्वदलीय सम्मेलन के लिए पार्टी अपने एजेंडे को अंतिम रूप दे चुकी है। इमरान सरकार की दो साल की विफलताओं और भावी राजनीतिक रणनीति पर विशेष रूप से चर्चा होगी। बाकी पार्टियों से भी एजेंडे पर राय मांगी गई है।
नवाज की गिरफ्तारी के लिए वारंट भेजा
इमरान सरकार ने लंदन में रहकर इलाज करा रहे नवाज शरीफ को गिरफ्तार करने के लिए अपने मिशन के जरिये वारंट भेजा है। पिछले सात नवंबर में लाहौर हाई कोर्ट ने उन्हें चार सप्ताह के लिए विदेश में इलाज कराए जाने की अनुमति दी थी और तभी से शरीफ लंदन में हैं।
चार सप्ताह और बढ़ा दी थी अवधि
हालांकि, बाद में कोर्ट ने यह अवधि चार सप्ताह और बढ़ा दी थी, लेकिन शरीफ लौटकर नहीं आए। दरअसल, तीन बार के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, उनकी बेटी मरयम और दामाद मुहम्मद सफदर को छह जुलाई 2018 को एवेनफील्ड संपत्ति मामले में दोषी ठहराया गया था।