इंसान अपना पेट भरने के लिए दिन रात मेहनत करता है। हम सभी के घर में ज्यादातर गेहूं की रोटी ही खाई जाती है। आमतौर पर गेहूं का रंग भूरा होता है और इसके आटे का रंग सफ़ेद। लेकिन हाल ही में ऐसा सुनने में आया है कि आने वाले समय में आप सभी गेहूं की सफ़ेद रोटी नहीं बल्कि काले रंग की रोटियां खाएंगे।
खाएंगे काली रोटी:
अगर बात की जाए कृषि में ही तो भारत ने तो इसमें भी कई नए प्रकार की खोज की है। नेशनल एग्रो फूड बायो टेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट मोहाली ने हाल ही में भारत की कृषि को लेकर एक ऐसा काम किया है जिसकी हर किसी ने तारीफ की है।
नई खोज:
नेशनल एग्रो फूड बायो टेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट मोहाली ने ब्लैक वीट का पेटेंट करा कर जिसका नाम ‘नाबी’ दिया है। जिसमें भी इसे देखा वो चौंक गया और ऐसा इसलिए क्योकि ये ब्लैक वीट बहुत ज्यादा ही कीमती है।दुनियाभर की सभी कम्पनीज इस ब्लैक वीट को पाना चाहती हैं।
काली रोटी के फायदे:
ये दिल की बिमारियों में भी रोकथाम करने में मददगार साबित होता है। पहली बार इस गेहूं को पंजाब में उगाया गया था। इस गेहूं की कीमत आम गेहूं से डबल होगी लेकिन अब तक ये गेहूं मार्केट में नहीं आया है।