मुंबई जाने वाली पुष्पक एक्सप्रेस देश की सबसे अधिक डिमांड वाली ट्रेनों में से एक है। रेलवे ने इसकी पुरानी कनवेंशनल बोगियों को बदलकर लिंक हाफमैन बुश (एलएचबी) वाली बोगी का रैक तो लगा दिया है। लेकिन, अब यात्रियों को इससे दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है। नए रैक में स्लीपर क्लास की पांच बोगियां कम हो गई हैं। इससे वेटिंग लिस्ट भी बढ़ रही है।
पुष्पक एक्सप्रेस की कनवेंशनल बोगियों वाले रैक में पहले स्लीपर क्लास की 10 बोगियां होती थी। ऐसे में इन 10 बोगियों में कुल 720 सीटें होती थी। जिनमें साइड लोअर की बर्थ पर दो यात्रियों को आरएसी में सीटें मिल जाती थी। अब एलएचबी रैक में स्लीपर क्लास की बोगियों की संख्या घटाकर पांच कर दी गई है। एक बोगी में 72 की जगह 80 सीटें होती हैं। ऐसे में भले ही स्लीपर क्लास की पांच बोगियों में 40 सीटें बढ़ गईं हैं। लेकिन कुल 720 की जगह अब 400 सीटें ही पुष्पक एक्सप्रेस में रह गई हैं।
मुंबई जाने वाली पुष्पक एक्सप्रेस में पहले जहां स्लीपर क्लास में वेटिंग 500 तक पहुंच जाती थी। वहीं अब 200 से अधिक वेटिंग लिस्ट होते ही उसे रिग्रेट कर दिया जाता है। होली बाद मुंबई वापसी के लिए अब यात्रियों के लिए सीटों का संकट खड़ा हो गया है। कम वेटिंग जारी होने के बावजूद बोगियों में भीड़ उमड़ रही है। नतीजा जिन यात्रियों को सीटें आवंटिंत हो रही हैं। वह अपनी सीट से शौचालय तक नहीं जा पा रहे हैं।