रूस के उत्तरी इलाके में स्थित सैन्य ठिकाने पर उपकरणों के परीक्षण के दौरान गुरुवार को विस्फोट हो गया जिसमें पांच परमाणु वैज्ञानिकों की मौत हो गई। विस्फोट में रक्षा मंत्रालय के छह कर्मचारी और डेवलपर जख्मी हैं। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, विस्फोट के कारण वहां परमाणु रेडिएशन भी हो रहा है जिसे रोकने के लिए उपाय किए जा रहे हैं। रेडिएशन से बचने के लिए स्थानीय नागरिक आयोडीन ले रहे हैं।

रक्षा मंत्रालय ने बताया कि किसी तरह का नुकसानदायक केमिकल का रिसाव नहीं हुआ। देश की परमाणु कंपनी रोस्टाकोम ने यह जानकारी शनिवार को दी। रोस्टाकोम ने बताया कि गुरुवार को न्यो नोस्काफ में लिक्विड प्रोपेलेंट रॉकेट इंजन की टेस्टी के दौरान यह घटना घटी।
कंपनी ने मीडिया से बताया कि इनकी इंजीनियरिंग व तकनीकी टीम प्रपल्सलन सिस्टम के लिए आइसोटोप पावर सोर्स पर काम कर रही था। रक्षा मंत्रालय का कहना है कि रेडिएशन का स्तर सामान्य है लेकिन यहां के शहर सेवेरोडविंस्क में इसका स्तर अधिक बताया गया। रेडिएशन को देखते हुए स्थानीय लोगों से सावधानी बरतने का आग्रह किया गया।
एक सप्ताह के भीतर दूसरी बार इस तरह की घटना है। इससे पहले साइबेरिया के एक आयुध डिपो में सोमवार को आग लग गई थी। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रोसाटॉम ने दुर्घटना का शिकार होने वाले कर्मचारियों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है। फिलहाल इस बात की जानकारी नहीं है कि यह दुर्घटना क्यों हुई।
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