रिजर्व बैंक ने छोटी डिजिटल पेमेंट के लेन-देन को बढ़ावा देने के लिये हाल ही में पीपीआई को जारी किया है. पीपीआई पेमेंट गटवे के रूप में काम करने वाला ‘सेमी क्लोज्ड प्रीपेड पेमेंट’ प्रोडक्ट है. पीपीआई का उपयोग 10 हजार रुपये तक की खरीददारी और सर्विस का लाभ उठाने के लिए किया जा सकता है. पीपीआई कार्ड या इलेक्ट्रॉनिक रूप में हो सकता है.
पीपीआई में पैसा डालने की सुविधा सिर्फ बैंक खाते से ही होगी. एक महीने में 10 हजार से अधिक रूपए नहीं डाल सकते. आप कार्ड या इलेक्ट्रॉनिक तरीके से ही इसमें पैसे भर सकते हैं. कुछ समय पहले ही आरबीआई ने घोषणा की थी कि वो छोटे मूल्य के डिजिटल लेन-देन के लिये इस प्रकार के पीपीआई को पेश करेगा.
आरबीआई ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए कहा है कि छोटी कीमतों के लिए डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने और ग्राहकों को बेहतर अनुभव करवाने के लिए इस नए तरह के सेमी-क्लोज्ड पीपीआई को जारी किया गया है.
आपको बता दें, फिलहाल तीन प्रकार के पीपीआई – क्लोज्ड सिस्टम, सेमी क्लोज्ड ओर ओपन पीपीआई हैं.
क्लोज्ड पीपीआई में आप केवल वस्तुओं और विभिन्न सेवाओं को खरीद सकते हैं इसके जरिए आप कैश नहीं निकाल सकते और ना ही किसी तीसरी पार्टी के लिए भुगतान कर सकते. सेमी क्लोज्ड पीपीआई में छोटी मूल्य वाली वस्तुओं और सेवाओं को खरीद सकते हैं. साथ ही इनमें के साथ मनी ट्रांसफर करने या मंगवाने की सुविधा होती है. वहीं ओपन पीपीआई में अन्य सुविधाओं के साथ आप कैश भी निकाल सकते हैं.
आपको बता दें, पीपीआई को बैंक और गैर-बैंकिंग इकाइयां ही जारी कर सकती हैं. इसके लिए ग्राहकों से उनकी कुछ बेसिक जानकारी लेने के बाद इसे जारी किया जाएगा. इसके लिए ग्राहकों को वन टाइम पिन-ओटीपी, अपना मोबाइल नंबर और आधार कार्ड जैसी चीजें वैरीफिकेशन के दौरान देनी होंगी.