कांग्रेस नेता उदित राज ने शहीद सैनिकों पर विवादित बयान दिया है. उदित राज ने कहा कि सोशल मीडिया पर राष्ट्रवाद का प्रचार करने वाले लोग अक्सर उच्च जाति के होते हैं. जिन सैनिकों ने मुख्य रूप से हमले में अपनी जान गंवाई वे दलित, आदिवासी और पिछड़ी समुदायों से आते हैं.
उन्होंने कहा, हाशिए पर खड़े समुदायों को सत्ताधारी सवर्णों की देशभक्ति की कीमत चुकानी पड़ती है. यही नहीं उदित राज ने राहुल गांधी के बयान को सही ठहराते हुए कहा, ‘2024 से पहले एक और पुलवामा अटैक हो सकता है. ऐसे में राहुल गांधी द्वारा पूछे सवाल बिलकुल सही हैं. पुलवामा हमले की अच्छे से जांच होनी चाहिए.’
राहुल गांधी ने शुक्रवार को ट्वीट कर पुलवामा हमले पर तीन सवाल पूछे. उन्होंने ट्वीट किया, ‘आज जब हम पुलवामा के चालीस शहीदों को याद कर रहे हैं, तब हमें पूछना चाहिए कि पुलवामा आतंकी हमले से किसे सबसे ज्यादा फायदा हुआ? पुलवामा आतंकी हमले को लेकर हुई जांच से क्या निकला? सुरक्षा में चूक के लिए मोदी सरकार में किसकी जवाबदेही तय हुई?’
राहुल गांधी के इस बयान की निंदा करते हुए बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने पलटवार किया और कहा पुलवामा नृशंस हमला था. उन्होंने कहा, ‘यह एक नृशंस बयान है कि किसको फायदा हुआ. क्या गांधी परिवार कभी फायदे से आगे बढ़कर सोच सकता है. इनकी आतमाएं भी भ्रष्ट हो चुकी हैं.’
अब राहुल गांधी के बयान को उदित राज ने सही ठहराते हुए कहा कि 2024 से पहले एक बार फिर पुलवामा हमला हो सकता है. उदित राज भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) से पूर्व सांसद रह चुके हैं. टिकट न मिलने से नाराज होकर उन्होंने पार्टी का दामन छोड़ दिया था और कांग्रेस हाथ थाम लिया. उदित राज दलित राजनीति में जाने-माने चेहरा हैं. अक्सर वे विवादित बयान देते रहते हैं.