राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने रक्षा अलंकरण समारोह के दूसरे चरण में भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी को परम विशिष्ट सेवा पदक (पीवीएसएम) प्रदान किया। वहीं भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी को परम विशिष्ट सेवा पदक (पीवीएसएम) से सम्मानित किया गया। इस दौरान सभी सेना अधिकारियों की देश सेवा की राष्ट्रपति ने सराहना की।
राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने रक्षा अलंकरण समारोह 2024 के दौरान सेना प्रमुख और अन्य अधिकारियों को विशिष्ट सेवा पुरस्कार प्रदान किए। इस दौरान सभी सेना अधिकारियों की देश सेवा की राष्ट्रपति ने सराहना की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने रक्षा अलंकरण समारोह के दूसरे चरण में भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी को परम विशिष्ट सेवा पदक (पीवीएसएम) प्रदान किया। वहीं भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी को परम विशिष्ट सेवा पदक (पीवीएसएम) से सम्मानित किया गया।
इसके साथ ही भारतीय सेना विमानन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अजय सूरी को अति विशिष्ट सेवा पदक (एवीएसएम), भारतीय तटरक्षक महानिदेशक राकेश पाल को अति विशिष्ट सेवा पदक लेफ्टिनेंट जनरल एचएस शाही को उत्तम युद्ध सेवा पदक (यूवाईएसएम) प्रदान किया गया। वहीं राष्ट्रपति ने भारतीय सेना के उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि को परम विशिष्ट सेवा पदक (पीवीएसएम) प्रदान किया।
इन्हें भी दिए गए विशिष्ट सेवा पदक
समारोह में सशस्त्र बलों और भारतीय तटरक्षक बल के कर्मियों को 94 विशिष्ट सेवा पदक प्रदान किए। इसमें 31 परम विशिष्ट सेवा पदक (पीवीएसएम), चार उत्तम युद्ध सेवा पदक (यूवाईएसएम), दो कर्मियों को एक बार फिर अति विशिष्ट सेवा पदक (एवीएसएम) और 57 को पहली बार एवीएसएम प्रदान किए गए। इन कर्मियों को अपने अपने क्षेत्र में असाधारण स्तर की विशिष्ट सेवा के लिए सम्मानित किया गया।
ये नेता रहे मौजूद
इस दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, रक्षा मंत्र राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और दिल्ली के उप राज्यपाल वीके सक्सेना समेत तमाम लोग शामिल हुए। गौरतलब है कि इससे पहले रक्षा अलंकरण का पहला चरण पांच जुलाई को आयोजित किया गया था, जब राष्ट्रपति ने कर्तव्य के दौरान अदम्य साहस और असाधारण वीरता प्रदर्शित करने के लिए सेना और अर्धसैनिक बलों के कर्मियों को सात मरणोपरांत सहित 10 कीर्ति चक्र प्रदान किए थे।