दिल्ली-एनसीआर के नजदीक जेवर में लूट और मर्डर की सनसनीखेज वारदात के बाद यूपी की कानून व्यवस्था पर संगीन सवाल उठ रहे हैं. घटना के बाद आजतक की टीम ने नोएडा के वीवीआईपी इलाकों और नोएडा एक्सप्रेस-वे से सटे थानों और पीसीआर वैन्स का रिएलिटी चैक किया.
रात होते ही लग जाता है थानों पर ताला
रात को जब आजतक की टीम रजनीगंधा चौक पर बनी पुलिस चौकी पर पहुंची तो दरवाजा बंद मिला. खटखटाने पर उनींदे से दिखने वाले एक पुलिसवाले ने गेट खोला. आजतक की टीम को चौकी के भीतर ही बिस्तर बिछा हुआ मिला. चौकी का दूसरा दरवाजा खटखटाने पर भी नहीं खुला.
ड्यूटी से झाड़ा पल्ला
नोएडा के सेक्टर 37 चौराहे पर चौबीसों घंटे चहल-पहल रहती है. यहां बनी पुलिस चौकी का दरवाजा भी बंद मिला. भीतर एक पुलिसवाला सोता हुआ मिला. जगाने पर वो बहाने बनाने लगा. जल्द ही 2 और पुलिसवाले आ गए और ड्यूटी का पल्ला एक दूसरे पर झाड़ने लगे. एमिटी कॉलेज की पुलिस चौकी से आगे एक्सप्रेस-वे शुरू होता है. यहां के थाने का दरवाजा कई बार खटखटाने पर भी नहीं खुला.
दूर-दूर तक नहीं दिखे पुलिसवाले
नोएडा सेक्टर 127 की पुलिस चौकी खासतौर पर एक्सप्रेस-वे पर सुरक्षा के लिहाज से बनाई गई है. चौकी के दोनों दरवाजों पर ताला लगा हुआ मिला. यहां आसपास कोई पुलिसवाला नहीं मिला. सेक्टर 98 के थाने का हाल भी जुदा नहीं था. यहां भी दरवाजा बंद था. भीतर एक होमगार्ड सो रहा था. उसने बताया कि थाने के दरोगा गायब हैं.
पीसीआर वैन्स का हाल
डायल 100 की पीसीआर वैन में भी पुलिसवाले सोते हुए मिले. कैमरा देखते ही उनकी नींद खुली. हालांकि पड़ताल में वो थाने में मौजूद अपने साथियों से ज्यादा मुस्तैद दिखे.
खर्राटे लेते हुए मिले पुलिसवाले
निठारी पुलिस चौकी का दरवाजा भी भीतर से बंद मिला. भीतर चौकी इंचार्ज सो रहा था. पूछने पर उसने बताया कि दिन भर काम करने के बाद उसे सोने का वक्त नहीं मिलता. नोएडा का कनॉट प्लेस कहलाने वाले सेक्टर 18 के थाने में चौकी के भीतर एक प्राइवेट गार्ड सोता हुआ मिला. उसने ड्यूटी खत्म होने की बात कही और बताया कि चौकी में कोई पुलिसवाला नहीं है. हालांकि चौकी के भीतर जाने पर पुलिसवाले खर्राटे लेते हुए मिले.