दिल्ली पुलिस की एक 15 सदस्यीय टीम ने रविवार को राजस्थान के मंत्री महेश जोशी के घर के बाहर एक समन चिपकाकर उनके बेटे रोहित जोशी को 18 मई तक एक कथित दुष्कर्म मामले में पेश होने के लिए कहा। इससे पहले दिल्ली पुलिस की 15 सदस्यीय टीम दुष्कर्म के आरोपों को लेकर रोहित जोशी से पूछताछ करने जयपुर पहुंची थी। शादी का झांसा देकर 24 वर्षीय युवती से कथित तौर पर दुष्कर्म करने के आरोप में रोहित जोशी के खिलाफ दिल्ली पुलिस में जीरो प्राथमिकी दर्ज होने के बाद यह मामला सामने आया है। प्राथमिकी राष्ट्रीय राजधानी के सदर बाजार पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी। इधर, राजस्थान के मंत्री महेश जोशी ने कहा कि अभी तक पुलिस ने उनसे संपर्क नहीं किया है। उन्होंने यह भी दोहराया कि वह सच्चाई के साथ खड़े हैं और कानून का पालन करेंगे। मैं पुलिस जांच में पूरा सहयोग करूंगा।
जानें, क्या है मामला
एक युवती द्वारा दुष्कर्म की शिकायत के आधार पर सदर बाजार पुलिस स्टेशन में शून्य प्राथमिकी दर्ज की गई है। युवती ने आरोप लगाया है कि एक व्यक्ति ने शादी के बहाने उसके साथ दुष्कर्म किया। प्राथमिकी जांच के लिए राजस्थान स्थानांतरित की जाएगी। महिला का आरोप है कि उसके साथ भी मारपीट की गई है। वह काफी समय से आरोपित के संपर्क में थी। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि आरोपित के पास उसकी अश्लील तस्वीरें और वीडियो हैं, जो उसने अचेत अवस्था में रिकार्ड किए थे। पीड़िता के मुताबिक, तीन और चार सितंबर, 2021 को मैं एक साक्षात्कार के लिए दिल्ली आई थी। आरोपित पहले ही दिल्ली पहुंच चुका था। उसने एक होटल में मेरे लिए एक कमरा बुक किया और हमें पति-पत्नी के रूप में दिखाया। उसने मुझसे वादा किया कि वह मुझसे शादी करेगा। बाद में यह उसने कई मौकों पर मेरे साथ दुष्कर्म किया। उसने मुझे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। उसने मुझसे कहा कि उसे अपनी पत्नी से तलाक मिल रहा है और वह मुझसे शादी करेगा। कई बार उसने मुझे बुरी तरह पीटा और मुझे नाचने के लिए मजबूर किया। इसी बीच, पुलिस को यह भी पता चला कि आरोपित ने एक हलफनामा दिया था, जिसमें पीड़िता ने कहा कि दोनों बालिग हैं और अपनी मर्जी से शारीरिक संबंध बनाए हैं।