अयोध्या को दुनिया का सबसे खूबसूरत धार्मिक पर्यटन शहर बनाने और अयोध्या आने वालों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मुहैया कराने को लेकर राज्य सरकार लगातार काम कर रही है. इसी के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जल्द ही अयोध्या जाने वाले हैं. इस दौरान सीएम विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करेंगे और अयोध्या में कराए जा रहे कार्यों को मौके पर जाकर देखेंगे, ताकि सभी विकास कार्य तय समय पर पूरे हो सकें.
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री उन परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करेंगे जिनमें भजन संध्या स्थल, मेमोरियल पार्क, राम कथा पार्क का विस्तार, राम कथा गैलरी, राम की पैड़ी का सौंदर्यीकरण, सड़कों और फुटपाथों और हनुमान गढ़ी-कनक भवन मार्ग का नवीनीकरण शामिल है.
इसके अलावा शहर की कई सड़कों के चौड़ीकरण, बहु-स्तरीय पार्किंग के निर्माण सहित बस और रेलवे स्टेशनों का भी पुर्ननिर्माण किया जा रहा है. इसके साथ ही अयोध्या को सौर शहर बनाने की भी योजना है. मखौड़ा जैसी अन्य महत्वपूर्ण स्थलों के विकास के लिए एक अलग कार्य योजना तैयार की गई है.
उन्होंने बताया कि विभिन्न ‘परिक्रमा’ मार्गों पर भगवान राम से संबंधित कई पौराणिक स्थान भी हैं और ऐसे सभी स्थानों का विकास भी योगी सरकार के एजेंडे में है. इससे न केवल पर्यटन को बढ़ाने में मदद मिलेगी बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे. सीएम ने सरयू नदी और रेलवे स्टेशनों के साथ-साथ घाटों के पूरे सौंदर्यीकरण के लिए पहले ही आदेश दे दिया है.
- हवाई अड्डे से जुड़ने के लिए एक अलग चार लेन की सड़क होगी.
- नया रूप ‘नव्य अयोध्या’ वैदिक और आधुनिक शहर का एक एकीकृत मॉडल होगा.
- सरकार अयोध्या के विकास का एक नया मॉडल तैयार कर रही है और इसके लिए एक विश्वस्तरीय कंसल्टेंट नियुक्त करने का निर्णय लिया गया है.
- आवासीय और सहरी नियोजन विकास (एचयूपीडी) विभाग ने एक ‘रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल’ (RFP ) जारी किया है.
- एचयूपीडी विभाग सलाहकार द्वारा तैयार किए गए विकास मॉडल को प्राप्त करेगा और इसका क्रियान्वयन अयोध्या विकास प्राधिकरण (ADA) के माध्यम से किया जाएगा.
- भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) सोहावल से विक्रमजोत के लिए एक बाईपास का प्रस्ताव भी तैयार हो रहा है.
- इसके अलावा, रायबरेली से अयोध्या तक फोर-लेन सड़क के चौड़ीकरण पर भी विचार हो रहा है. इसका निर्माण 1,500 करोड़ रुपये की लागत से किया जाना है.
- अयोध्या आने वाली रेल पटरियों का दोहरीकरण भी होगा. साथ ही शहर के रेलवे स्टेशन का भविष्य की जरूरतों के अनुसार सौंदर्यीकरण और विस्तार किया जाएगा.