कोरोना के खिलाफ जंग में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है. राज्य कोविड अस्पतालों में एक लाख बेड तैयार करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है.
प्रदेश के सभी 75 जिलों में L1, L2 लेवल के अस्पताल पूरी तरह तैयार हैं. आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मई का अंत तक एक लाख बेड तैयार करने का निर्देश दिया था.
यही नहीं राज्य में कोरोना टेस्ट की प्रतिदिन क्षमता 10 हजार तक पहुंच गई है. इससे पहले मार्च के पहले सप्ताह में प्रतिदिन 50 टेस्ट ही हो पाते थे.
सीएम योगी ने निर्देश दिया कि 15 जून तक 15000 टेस्ट और जून के अंत तक 20,000 टेस्ट प्रतिदिन की क्षमता हासिल की जाये. आपको बता दें कि अभी उत्तर प्रदेश में 30 लैब काम कर रही हैं, जिसमें 24 सरकारी और 6 अन्य संस्थाओं में हैं.
प्रदेश में लेवल 3 के भी 25 अस्पताल तैयार किये गये हैं. कोरोना के सामान्य मरीजों के लिए लेवल – 1 और लेवल – 2 के अस्पताल हैं. आपको बता दें कि कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए लेवल 3 के अस्पताल पूरी तरह तैयार हैं.
लेवल 1 के अस्पतालों में सामान्य बेड के अलावा आक्सीजन की भी व्यवस्था की गई है. लेवल 2 के अस्पतालों में बेड पर आक्सीजन के साथ कुछ में वेंटिलेटर की भी व्यवस्था की गई है.
लेवल 3 के अस्पतालों में वेंटिलेटर, आईसीयू और डायलसिस की व्यवस्थाओं समेत गंभीर मरीजों के लिए हर तरह की अत्याधुनिक सुविधाओं का दावा यूपी सरकार ने किया है.
कोरोना के पहले केस के वक्त यूपी के 36 जनपदों में वेंटिलेटर नहीं थे. जिसके बाद सीएम के निर्देश पर हर जनपद में पर्याप्त वेंटिलेटर दिये गये.
लॉकडाउन के दौरान नोएडा में वेंटिलेटर निर्माण की यूनिट भी शुरू की गई. महंगे वेंटिलेटर खरीदने के बजाय योगी सरकार ने बेहद सस्ते और पोर्टेबल वेंटिलेटर खुद ही बनवाए. इनकी कीमत डेढ़ से 2 लाख रुपये थी.
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