लखनऊ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा मध्य प्रदेश के राज्यपाल लाल टण्डन ने जी ने आज यहां कोनेश्वर महादेव मन्दिर के विस्तारित एवं नवीनीकृत परिसर का लोकार्पण किया।श्री योगी ने इस मौके पर कहा कि धर्म स्थल केवल हमारी आस्था के प्रतीक नहीं है,बल्कि एकात्मकता का आधार भी है। इस प्रकार के पावन स्थल पर एकत्र होने से न केवल ऊर्जा प्राप्त होती है, बल्कि इससे राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता को सम्बल भी मिलता है।
उन्होंने कहा कि राज्यपाल लाल जी टण्डन की प्रेरणा से इस मन्दिर को भव्य स्वरूप प्रदान किया गया है। व्यक्ति की सकारात्मक सोच ही उसे महान बनाती है जिससे वह लोककल्याण के कार्य करता है। यह एक पौराणिक मन्दिर है। इसका सम्बन्ध त्रेतायुग से है। शिव स्वयं विष पीते हैं और दूसरों को अमृत देते हैं। धर्म का अर्थ कर्तव्य से है और कर्तव्य हमें राष्ट्रीय धर्म से जोड़ता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मन्दिर भव्यता के साथ स्वच्छता का संदेश दे रहा है। मन्दिर में रेन हार्वेस्टिंग की व्यवस्था की गयी है जिससे भूगर्भ जल के स्तर को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता है कि साॅलिड वेस्ट से साॅलिड वेल्थ कैसे बनाया जाए। इसके दृष्टिगत मन्दिर में फूल आदि से अगरबत्ती बनाने का कार्य सराहनीय है।इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने मन्दिर में पूजा-अर्चना की तथा झांकी का अवलोकन भी किया।
इस मौके पर श्री टण्डन ने कहा कि यह मन्दिर अति प्राचीन है। हमारी संस्कृति का सार शिव हैं। हमारी पूजा पद्धति में मंत्रों का विशेष महत्व है। मंत्रों से रोग व अनेक विकृतियां समाप्त हो जाती हैं।हरिद्वार के भूमा पीठाधीश्वर श्री अच्युतानंद तीर्थ ने कहा कि राष्ट्र भक्ति से बड़ा कोई धर्म नहीं होता, राष्ट्र प्रेम से बड़ी कोई शक्ति नहीं होती। वर्तमान केन्द्र सरकार ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 को समाप्त कर ऐतिहासिक कार्य किया है।
इस अवसर पर नगर विकास मंत्री आशुतोष टण्डन,विधान परिषद के सदस्य स्वतंत्र देव सिंह, लखनऊ की महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया, विधायक सुरेश श्रीवास्तव, नीरज वोरा, सुरेश तिवारी तथा हरिद्वार के भूमा पीठाधीश्वर अच्युतानंद तीर्थ के अलावा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं कोनेश्वर महादेव मन्दिर प्रबन्ध समिति के पदाधिकारीगण उपस्थित थे।