मंदिर, मस्जिद हो, गिरजाघर हो या फिर गुरुद्वारा हो इन जगहों पर लोग क्यों जाते हैं? इस सवाल का बस एक जवाब है अपने-अपने भगवान से कुछ न कुछ मांगने के लिए. लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि हर दिन जब लाखों करोड़ों लोग इन जगहों पर जाकर कुछ मांगते हैं तो इनमें से केवल कुछ लोगों की ही मनोकामना क्यों पूरी होती है? दुनियाभर मे लाखों-करोड़ों लोग हर दिन इन जगहों पर जाकर अपनी-अपनी मनोकामनाएँ पूरी करने के लिए भगवान के सामने प्रार्थना करते हैं. यह मनोकामना अच्छी नौकरी, रिश्तों मे सुधार, स्वस्थ्य जीवन या करियर से जुड़ी हो सकती है. लेकिन, हर किसी की मनोकामना पूरी हो ऐसा संभव ही नहीं है. इसलिए, आज हम आपको मनोकामना पूर्ति के लिए टोटके और उपाय बातने जा रहे हैं जिससे आपकी हर मनोकामना पूरी होगी.
ये तो हम सभी की इच्छा होती है कि हमारी हर मनोकामना पूरी हो लेकिन ऐसा होना संभव ही नहीं है. लेकिन, एक बात तो आपने भी शायद बचपन में सुनी होगी कि दिन में एक समय ऐसा होता है जब किसी की जुबान पर सरस्वती जी का वास होता है. इस वक्त वो व्यक्ति जो कुछ भी बोलता है वह हो जाता है. इसलिए आज हम आपको बताते हैं कि वो समय कौन सा होता है जिस समय व्यक्ति की जुबान पर सरस्वती का वास होता है.
अगर आप ये जानना चाहते हैं कि दिन के किस समय किसी व्यक्ति की जुबान पर सरस्वती का वास होता है तो आप वो समय ऐसे जान सकते हैं. मान लीजिये की अभी मई का महीना है और आज 4 तारीख है. इसलिए आज शुभ समय 4 बजकर 05 मिनट होगा. ऐसे ही अगर किसी महीने की तारीख 25 है तो इसकी गणना ऐसे की जाती है. मान लीजिए मई का महिना है और आज 4 तारीख है तो शुभ समय होगा 4 बजकर 25 मिनट. इस समय आप जो भी मागेंगे वो पूरा हो जायेगा. अब हम आपको मनोकामना पूर्ति के लिए टोटके और उपाय बताते हैं जिनसे किसी की भी मनोकामना 24 घंटे में पूरी हो सकती है.
हिन्दु धर्म में ऐसी मान्यता है कि तुलसी के पौधे पर सुबह जल चढ़ाने और साथ को मिट्टी के दीपक में घी का दिया जलाने से व्यक्ति की मनोकामनाएं पूरी होती है. तुलसी के पौधे के अलावा आप पुष्य नक्षत्र के रविवार को सफेद आक की जड़ से भगवान गणेश की प्रतिमा का निर्माण करें और लाल कनेर के फूलों, चंदन और दूब से इसकी पूजा करें. ऐसा करने से व्यक्ति की मनोकामना जल्द ही पूरी हो जाती है.
रुदाक्ष के बारे में आप तो जानते ही होंगे. इसका धारण भगवान शिव करते हैं. इसलिए सोमवार को सावन के महीने में शिव मंदिर में शंकर भगवान को रुद्राक्ष और बेलपत्र पर सफेद टिका लगाकर चढ़ाने से व्यक्ति की मनोकामना पूर्ण होती है.
ऐसी मान्यता है कि बरगद के पत्ते पर अपनी इच्छा लिखकर उसे पानी में प्रवाहित करने से व्यक्ति की मनोकामना पूरी होती है.