आचार्य चाणक्य ने चाणक्य नीति के जरिये जिंदगी की कुछ दिक्कतों के हल की तरफ ध्यान दिलाया है, वहीं उन्होंने दुष्ट व्यक्तियों की पहचान तथा जीवन में सुखी रहने के लिए कई बातों के साथ कई दिक्कतों के समाधान भी बताए हैं। उन्होंने समस्यां में घिरे लोगों को समस्याओं से निकलने के कई मार्ग बताए हैं। आचार्य चाणक्य एक कुशल राजनीतिज्ञ, चतुर कूटनीतिज्ञ, प्रकांड अर्थशास्त्री के तौर पर विश्व में जाने जाते हैं। आज भी उनके बताए सिद्धांत तथा नीतियां प्रासंगिक हैं। आपको भी अवश्य जाननी चाहिए ये बातें-

इनके साथ रहना मृत्यु के समान:
चाणक्य नीति के मुताबिक, अगर किसी की पत्नी दुष्ट है, दोस्त झूठा है, नौकर बदमाश है, तो इंसान को इनके साथ नहीं रहना चाहिए। उन्होंने इनको सर्प की भांति बताया है और कहा है कि सर्प के साथ निवास साक्षात् मौत के समान है।
समस्यां के लिए धन संचय आवश्यक:
आचार्य चाणक्य बताते हैं कि मनुष्य को आने वाली परेशानियों से निपटने के लिए धन संचय करना चाहिए। साथ-साथ उसे धन-सम्पदा त्यागकर भी पत्नी की सुरक्षा करनी चाहिए। ऐसा न सोचें की धनवान शख्स को मुसीबत कैसी? जब धन साथ छोड़ता है, तो संगठित धन भी रफ़्तार से घटने लगता है।
ऐसे स्थान पर ना रहें:
चाणक्य नीति में कहा गया है कि उस देश मे न रहें जहां आपका कोई आदर न हो। जहां आप रोजगार नहीं कमा सकते, जहां आपका कोई दोस्त नहीं हो तथा जहां आप कोई ज्ञान प्राप्त नहीं कर सकते।
ऐसी स्थान पर करें निवास:
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि ऐसेस्थान पर रहना चाहिए जहां ये पांच लोग अवश्य हों। एक धनवान शख्स हो, एक ब्राह्मण जो वैदिक शास्त्रों में निपुण हो, एक राजा हो, एक नदी तथा एक चिकित्सक अवश्य हो।
इन लोगों की लें परीक्षा:
चाणक्य नीति में कहा गया है कि नौकर की परीक्षा तब करें जब वह कर्त्तव्य का पालन न कर रहा हो, संबंधियों की परीक्षा तब करें जब आप परेशानी मे घिरें हों, मित्र की परीक्षा विपरीत हालातों में करें और जब आपका समय अच्छा न चल रहा हो, तब पत्नी की परीक्षा करे।
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