उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भले ही अभी एक साल से ज्यादा का वक्त बचा हो, लेकिन राजनीतिक दलों ने अभी से ही सियासी बिसात बिछानी शुरू कर दी है. बीजेपी को 2022 की चुनावी जंग में मात देने के लिए सपा अपने कार्यकर्ताओं को खामोशी के साथ ट्रेनिंग देकर तैयारी कर रही है. मंडल वाइज सपा ने सीक्रेट ट्रेनिंग कैंप शुरू किए हैं, जिसमें मैनेजमेंट गुरुओं से लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता सपा कार्यकर्ताओं को बीजेपी सहित तमाम विपक्षी पार्टियों से मुकाबले के लिए मंत्र दे रहे हैं. सपा के इस सीक्रेट कैंप में पार्टी के कमिटेड और सिलेक्टेड कार्यकर्ताओं को ही बुलाकर प्रशिक्षण देने का काम किया जा रहा है.
मिशन 2022 के मद्देनजर सपा का तीन दिवसीय ट्रेनिंग कैंप बरेली में शुरू हुआ है. यह कैंप बरेली के पीलीभीत बाइपास के हवेली बारातघर में चल रहा है. इस सीक्रेट कैंप में बरेली मंडल की 25 विधानसभा के 100-100 कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग दी जा रही है. बुधवार को कार्यक्रम की शुरुआत प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम के भाषण हुई. उन्होंने कार्यकर्ताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाया और हाईकमान के आचरण का पालन करने की सीख दी. इसके बाद मुख्य ट्रेनर एसए राय, वी पांडेय और जावेद अली ने अलग-अलग सेशन लिए हैं और उन्होंने विपक्ष पार्टियों की योजना को नाकाम करने के मंत्र पार्टी कार्यर्ताओं के दिए हैं.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव और पूर्व सांसद सलीम शेरवानी भी गुरुवार को दो दिवसीय दौरे पर बरेली में चल रहे ट्रेनिंग कैंप में शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं. अखिलेश यादव और सलीम शेरवानी दो दिनों तक बरेली में रहकर पार्टी कार्यकर्ताओं को 2022 के विधानसभा चुनाव की रणनीति से रूबरू कराने के साथ-साथ बरेली मंडल के मौजूदा विधायक और पूर्व विधायकों के साथ अलग से एक बैठक रुहेलखंड का सियासी मिजाज समझने की कोशिश करेंगे. सपा प्रमुख शुक्रवार को कैंप समापन के बाद लखनऊ की वापसी करेंगे.
बरेली में चल रहा सपा का प्रशिक्षण शिविर चौथा है. इससे पहले चित्रकूट, कानपुर और श्रावस्ती मंडल की विधानसभा सीटों के ट्रेनिंग देने के लिए ऐसे कैंप हो चुके हैं. सपा नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सपा अपने इस सीक्रेट में कैंप में पार्टी के उन नेताओं और कार्यकर्ताओं को बुलाती है, जो पार्टी के लिए पूरी तरह से कमिटेड हैं. इस ट्रेंनिग कैंप की न तो कोई फोटो खींचने की इजाजत है और न ही किसी तरह का प्रचार करते हैं. इस कैंप का मकसद पार्टी के कार्यकर्ताओं को 2022 के लिए पूरी तरह से तैयार करना है.
सपा के इस कैंप में प्रमुख तौर पर राजनीतिक रणनीतिकार माने जा रहे एसए राय और वी पांडेय के अलावा सपा के पूर्व सांसद जावेद अली, रवि वर्मा और इंद्रजीत सरोज ट्रेनिंग देने का काम कर रहे हैं. ये सभी लोग अलग-अलग विषय पर पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दे रहे हैं. बरेली में पहले दिन किसानों और सांप्रदायिकता के मुद्दे पर बीजेपी की नीतियों से पार्टी कार्यकर्ताओं को वाकिफ कराया गया है. इसके साथ बीजेपी को जमीनी स्तर पर काउंटर करने के लिए सपा कार्यकर्ताओं को अलग-अलग मुद्दों पर इस तैयार किया जा रहा है, जिससे मजबूती के साथ मुकाबला कर सकें. सपा इस कैंप के जरिए वैचारिक तौर पर अपने कार्यकर्ताओं को तैयार कर रही है.
सपा इस कैंप के जरिए वैचारिक ही नहीं बल्कि बूथ स्तर पर कैसे बीजेपी को काउंटर किया जाएगा, उसके लिए भी मंथन कर रही है. सपा नेता अपने कार्यकर्ताओं के संगठन और वैचारिक स्तर पर मजबूत करने का मंत्र दे रहे हैं तो एसए राय और वी पांडेय सोशल मीडिया और बूथ स्तर पर कैसे बीजेपी के मात दिया जाए, उसका हुनर सिखाने का काम करते हैं. वहीं, सपा कार्यकर्ताओं के साथ खुद अखिलेश यादव मंत्रणा करते हैं, ताकि वो पूरे ऊर्जा के साथ 2022 के चुनावी जंग में जुट सकें. सपा ने इस तरह के सीक्रेट कैंप यूपी के सभी मंडल में करने की रणनीति बनाई है.