उत्तर प्रदेश के मेरठ में शनिवार सुबह नया हॉटस्पॉट इलाका जली कोठी को सील करने पहुंची पुलिस का स्थानीय लोगों ने विरोध कर उनपर पथराव कर दिया। इसमें सिटी मजिस्ट्रेट को एक ईंट लगी, हालांकि वह जख्मी नहीं हुए। इसके बाद कई थानों की फोर्स ने पहुंचकर भीड़ को खदेड़ा। फिलहाल मौके पर शांति व्यवस्था बनी हुई है।
महाराष्ट्र से तीन जमाती 24 फरवरी को मेरठ में आए थे। वह देहली गेट थाना क्षेत्र में जली कोठी के पास दरी वाली मस्जिद में रुके हुए थे। शुक्रवार को तीनों जमातियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। शनिवार सुबह दिल्ली गेट थाने के प्रभारी रविंद्र सिंह फोर्स लेकर जली कोठी स्थित एक गली को सील करने के लिए गए थे। इस दौरान वहां पर सिटी मजिस्ट्रेट भी मौजूद थे। पुलिस जैसे ही लकड़ी की बल्लियां और बैरियर लेकर पहुंची तो वहां रहने वाले कुछ लोगों ने इसका विरोध कर दिया। भीड़ ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पथराव शुरू कर दिया।
इसमें सिटी मजिस्ट्रेट और थाना प्रभारी को पत्थर भी लगे हैं। पथराव में दरोगा मुकेश कुमार घायल हो गए। पुलिस पर हमले की सूचना वायरलेस पर मिलते ही अन्य थानों का फोर्स जली कोठी के लिए दौड़ पड़ा। कोतवाली सीओ दिनेश शुक्ला सहित कई थानों का पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। पुलिस फोर्स ने हंगामा कर रही भीड़ को खदेड़ा। फिलहाल मौके पर शांति व्यवस्था बनी हुई है और पुलिस ने फिर से बैरिकेडिंग करने का काम शुरू कर दिया है। सरकारी कार्य में बाधा डालने के मामले में पुलिस अपनी तरफ से भीड़ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रही है। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि हंगामा करने वाले लोगों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई होगी।