यूपी में ग्रीन जो ने जनपदों में राज्य बोर्ड की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के मूल्यांकन कार्य में तेजी आ रही है। यदि ग्रीन जोन के साथ-साथ अन्य जोन के जनपदों में भी यदि कॉपियों की जांच सरकार द्वारा शुरु कराई जा सके तो संभव है कि बोर्ड परीक्षा परिणामों की घोषणा जल्द हो पाए।
इससे पहले उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद्, प्रयागराज द्वारा हाई स्कूल और इंटरमीडिएट 2020 की बोर्ड परीक्षाओं की कॉपियों की जांच का कार्य लॉक डाउन के बाद 5 मई से शुरू किया जा चुका है।
उत्तर प्रदेश में हाई स्कूल और इंटरमीडिएट कक्षाओं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए 50 लाख से अधिक छात्रों ने फॉर्म भरे जाने की संख्या को देखते हुए उम्मीद की जा सकती है कि बोर्ड परीक्षा परिणाम जून के पहले सप्ताह में जारी किये जाएं।
प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने एक ट्वीट के माध्यम से जानकारी दी थी कि उत्तर पुस्तिकाओं की जांच का कार्य 5 मई से प्रदेश में निर्धारित ग्रीन जोन में शुरू किया जा रहा है। वहीं, ऑरेंज जोन और रेड जोन के जनपदों में मूल्यांकन कार्य शुरु किया जाना अभी बाकी है।
इससे पहले भी डिप्टी सीएम ने एक न्यूज चैनल को दिये इंटरव्यू में बताया कि यूपी बोर्ड हाई स्कूल (10वी) और इंटरमीडिएट (12वी) कक्षाओं की बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर-पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की प्रक्रिया को कोरोना वायरस को देखते हुए लगाये गये लॉक डाउन के कारण रोक दिया गया था।
उन्होंने कहा कि लॉक डाउन की अवधि समाप्त होते ही आंसर-शीट का मूल्यांकन फिर से शुरु हो जाएगा और संभव है कि यूपी बोर्ड परीक्षा परिणाम जून 2020 के पहले हफ्ते में घोषित कर दिये जाएं।
दूसरी तरफ बोर्ड परीक्षा परिणामों की घोषणा बिना उत्तर-पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के जारी किये जाने की सोशल मीडिया पर वायरल हो रही फर्जी खबर का खण्डन बोर्ड के सचिव नीना श्रीवास्तव ने करते हुए जानकारी दी कि यह पूरी तरह से आधारहीन है और उत्तर-पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की तिथियां लॉक डाउन के बाद निर्धारित की जाएंगी।