उत्तर प्रदेश में हर थाने पर आने वाले प्रार्थना पत्रों का रिकॉर्ड रखा जाएगा। इतना ही, शिकायतकर्ता को एक टोकन नंबर दिया जाएगा, जिससे उसके प्रार्थना पत्र को ट्रेस किया जा सकेगा।
डीजीपी ने इस बाबत निर्देश जारी करते हुए महिला हेल्प डेस्क की व्यवस्था भी करने को कहा है। इसमें कहा गया है कि प्रार्थना पत्र लेने के साथ ही उसे स्कैन कर कंप्यूटर में सुरक्षित रखा जाएगा।
साथ ही शिकायतकर्ता का पूरा विवरण कंप्यूटर में फीड किया जाएगा। इससे एक टोकन नंबर जनरेट होगा। इसे शिकायतकर्ता के साथ ही जांच अधिकारी को भी दिया जाएगा।
इसकी जानकारी थाना प्रभारी व संबंधित बीट प्रभारी को दी जाएगी। इससे पहले भी ऐसी व्यवस्था जिला स्तर पर रेंज स्तर के अधिकारियों ने शुरू की थी। पहली बार इसे प्रदेश स्तर पर लागू किया जा रहा है।