यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल का कहना है कि बुढ़ापा जीवन का सत्य है। जीवन के इस पड़ाव में अपने ही सहारा बनते हैं। माता-पिता इसीलिए बच्चों को पढ़ाते और जीवन जीने की सही राह दिखाते हैं ताकि वह परिवार और समाज के मददगार बनें लेकिन, वृद्धावस्था में कुछ नासमझ बच्चे बड़े होने के बाद राह भटक जाते हैं। जिस कारण बुढ़े माता-पिता को इधर-उधर भटकना पड़ता है। उनकी पीड़ा को समझना चाहिए। बुढ़ापे की लाठी कोई बोझ नहीं होती, जरूरत सकारात्मक विचारों की है। उन्होंने गुरुवार को राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित आनेपुर माधव हैप्पी ओल्ड एज होम में वृद्धजन से मुलाकात की।
उन्होंने कहा कि आज का दौर पूरी तरह से बदल चुका है। युवाओं में मानवीय गुणों का समावेश होना चाहिए। इस दौरान उन्होंने वृद्धजन से वार्ता कर समस्याएं जानीं। उन्होंने सुविधा के लिए वाशिंग मशीन, फ्रिज व सिलाई मशीन भेंट कीं। करीब 20 मिनट रुकने के बाद राज्यपाल गैस अथारिटी आफ इंडिया लिमिटेड (गेल) के सरगम हाल में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचीं । यहां उन्होंने टीबी मरीजों से मुलाकात करने के साथ ही स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से नारी सशक्तीकरण पर बातचीत की। दोपहर 12 बजे वह कार से कानपुर के लिए रवाना हो गईं।
राज्यपाल के स्वागत में कृषि राज्य मंत्री दिबियापुर विधायक लाखन सिंह राजपूत मौजूद रहे। डीएम सुनील कुमार वर्मा व एसपी अपर्णा गौतम समेत क्षेत्राधिकारी ने पूरी व्यवस्था की कमान संभाली। राज्यपाल के प्रोटोकॉल के मद्देनजर कानपुर देहात व औरैया पुलिस अलर्ट मोड पर रही। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने से करीब 20 मिनट पहले राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुलिस ने गश्त बढ़ा दी थी । रूट मैप के अनुसार पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी की तैनाती रही और कार्यक्रम स्थल से 200 मीटर की सीमा पर पुलिस का सख्त पहरा रहा। कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों के पहचान पत्र जांचे गए।