मंदसौर : जहा एक ओर प्रदेश व केंद्र सरकार लड़कियों की पढ़ाई के लिए तरह तरह की योजनाएं चला रही है वही दूसरी ओर मंदसौर जिले के आसपास के इलाकों में बसे बांछड़ा समुदाय में समाज में कुछ ऐसे कृत्य घटित होते है जो समाज के लड़कियों को कुरीतिया झेलने पर मजबूर करते है। इस समाज मे देह व्यापार में लड़कियों के माता- पिता खुद इनको ढकेल देते है। कोई इस देह व्यापार के पेशे को अपना लेती है तो कोई मजबूरी में अपनाती है क्योंकि समाज मे फैली कुरूतियो के आगे इन नाबालिग लड़कियों की पीड़ा घुट कर रहा जाती है जिसमे कई लड़कियां आगे पड़ना लिखना चाहती हैं लेकिन पढ़ नही पाति है|
ऐसा ही एक मामला मन्दसौर के भानपुरा थाना के अंतर्गत ग्राम बाबुल्दा से सामने आया है जहा इस नाबालिग लड़की ने पड़ने की इच्छा जताई लेकिन इसी लड़की के मा बाप व भाई इसके लिए कॉपी किताब की जगह ग्राहक ढूंढ कर लाते है और इससे जबरन देह व्यापार करने का दबाव बनाते है।
यहां की एक 17 वर्षीय नाबालिक बालिका ने अपने माता पिता पर जबरजस्ती से देह व्यापार में धकेलने का आरोप लगाया है बालिका इसकी शिकायत करने आज महिला सशक्तिकरण के कार्यालय पर पहुँची थी जहां विभाग के अधिकारी ने नाबालिक को कुछ दिनों के लिए समिति के पास पहुचाया है बालिका 5वी कक्षा में पड़ती थी 2 वर्ष पूर्व उसके माता- पिता ने देह व्यापार में ढकेलने के चलते इस नाबालिक को प्रारंभिक शिक्षा से ही वंचित कर दिया जिससे परेशान होकर लड़की उस फंदे से भाग कर मंदसौर आ पहुँची |
अपने गाँव से गुरुवार की रात को बच कर यह बालिका हाइवे पर आई थी,,,,, जहां उसने कुछ गाड़ियों को रोकने की कोशिश की,,,, लड़की को देख एक बारात लेकर जा रही पिकअप रुकी एवं उसे नीमच छोड़ा,,,, जहां से वह अपने ही परिवार द्वारा मिलाए गए एनजीओ के युवाओ के पास गई|
समाज का एनजीओ संचालित कर रहे युवा आकाश चौहान द्वारा बालिका को मंदसौर महिला सशक्तिकरण के कार्यालय लाया गया,,,,, यहां यह बात भी विशेष है कि मंदसौर नीमच जिला देह व्यापार के आगोश में है,,,, जहां कई लड़कियां ऐसी है जो अपने जिस्म की नीलामी नही करना चाहती,,,, लेकिन समाज की कुछ गंदी मछलियों ने पूरे तालाब को गंदा कर रखा है,,, जिसके कारण यह लडकिया शिक्षा तक ग्रहण नही कर पाती,,,, और इस तालाब में ढकेल दी जाती है|