सीबीआई में चल रहे घमासान के बीच मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर है. कांग्रेस, टीएमसी, वाम दल समेत कई पार्टियों ने केंद्र सरकार को ही सीबीआई में चल विवाद को लेकर जिम्मेदार ठहराया है. वहीं गिरिराज सिंह ने भी विपक्ष को इसके लिए पटलवार किया है.
CBI में हो रही इस उठापठक में सिर्फ विपक्षी पार्टियां ही नहीं बल्कि बीजेपी की साथी जेडीयू ने भी सवाल उठा दिए हैं. जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि इस तरह का विवाद होना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समय में ऐसा होता रहा है, लेकिन अब ये नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में हो रहा है, इसलिए काफी बुरा लग रहा है.
उन्होंने कहा कि जो संस्था देश के विदेश के खुफिया विभागों से संबंधित है, उसके नंबर वन और नंबर टू के बीच में ऐसी परिस्थितियां पैदा हो तो कई तरह के सवाल खड़े होते हैं. उन्होंने कहा कि सीबीआई में अफसरों की तैनाती राज्य के कोटे के आधार पर नहीं होनी चाहिए. सीबीआई को अपने अफसरों को चुनने का अधिकार होना चाहिए.
त्यागी बोले कि विपक्ष जो आरोप लगा रहा है वह गलत है. ये कांग्रेस बनाम बीजेपी नहीं है, बल्कि अकाउंटबिलिटी बनाम गवर्नेंस है. उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि पूरा सिस्टम बदलना चाहिए. इसकी चयन प्रक्रिया में नेता प्रतिपक्ष, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और सुप्रीम कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश बैठे. इन मुद्दों पर एक हफ्ता बहस होनी चाहिए और तब जाकर नियुक्ति होनी चाहिए.
राहुल गांधी का आरोप
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूरे विवाद पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीबीआई डायरेक्टर को इसलिए हटाया गया है क्योंकि उन्होंने राफेल पर सवाल उठाए थे. उन्होंने आरोप लगाया, ‘कल रात चौकीदार ने सीबीआई के डायरेक्टर को हटाया क्योंकि सीबीआई के डायरेक्टर ने राफेल पर सवाल उठाए थे.’
राहुल ने इस मसले पर एक ट्वीट भी किया. ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘सीबीआई चीफ आलोक वर्मा राफेल घोटाले के कागजात इकट्ठा कर रहे थे. उन्हें जबरदस्ती छुट्टी पर भेज दिया गया. प्रधानमंत्री का मैसेज एकदम साफ है जो भी राफेल के इर्द गिर्द आएगा, हटा दिया जाएगा, मिटा दिया जाएगा. देश और संविधान खतरे में हैं’
अब सीबीआई के पास कौन आएगा?
पूर्व दिल्ली पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार जो सीबीआई में ज्वाइंट कमिश्नर भी रहे ने आजतक से बात करते हुए कहा जो भी कुछ भी हो रहा है उससे सीबीआई की साख को बट्टा लगा है, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, इस तरह के आंतरिक झगड़े से जांच एजेंसी की छवी खराब होगी.
उन्होंने कहा कि यह सीबीआई के लिए, सीबीआई के अफसरों के लिए और देश के लिए खराब है. सीबीआई ने बड़े मामलों की जांच जैसे 1993 ब्लास्ट, राजीव गांधी हत्याकांड, हर्षत मेहता मामला समेत कई बड़े बैंक घोटालों की जांच की है. बड़े मामलों की जांच के लिए सीबीआई बनाई गई थी लेकिन अब कौन आएगा.
उन्होंने आगे कहा कि दोनों वरिष्ठ अफसर हैं और दोनों करियर के आखिरी पड़ाव पर हैं दोनों को झगड़ा बैठकर खत्म करना चाहिए था और ऐसा नहीं हो पा रहा था तो सरकार को झगड़ा खत्म करवाना था. वर्तमान स्थिति ठीक नहीं.
गिरिराज ने ममता को घेरा
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान पर कहा कि ममता एक कहानी हैं कि जैसा होता है वैसे ही दूसरों को देखते हैं भारत सरकार ने पारदर्शिता के तहत काम किया है और कभी हमने कोई चिटफंड कांड नहीं किया है जो चिटफंड कांड करते हैं उनको इस तरीके से डर लगता है. सरकार ने पारदर्शिता के साथ निर्णय लिया है.
गिरिराज सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान पर कहा है कि राहुल गांधी झूठ बोलते हैं. उन्होंने झूठ का ठेका ले रखा है. लोकसभा में जो झूठ बोलते हैं, उससे बड़ा कोई झूठा नहीं हो सकता. वह एक तरह से हिटलर के मंत्री की तरह झूठे हैं, एक झूठ को सौ बार बोल कर लोगों में भ्रम पैदा करने की कोशिश करते हैं.
ममता ने बीजेपी को घेरा
बुधवार सुबह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममत बनर्जी ने ट्वीट कर कहा कि CBI अब BBI (BJP Bureau of Investigation) बन चुकी है, जो कि काफी दुखद है.
ममता के अलावा सीपीआई नेता सीताराम येचुरी ने भी इस मुद्दे पर मोदी सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंर् मोदी ने सीबीआई का राजनीतिक इस्तेमाल किया है. अपने अफसर को बचाने के लिए वह कई अधिकारियों का तबादला कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जो अफसर अस्थाना के खिलाफ मामले की जांच कर रहा था, उसे अंडमान क्यों भेज दिया गया.
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि उन्होंने सीबीआई की स्वायत्ता को नष्ट कर दिया है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने खुद तो सीबीआई अफसरों को नहीं हटाया, लेकिन सीवीसी के जरिए ये काम किया.