भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण खेल जगत को हो रहे नुकसान की वजह से भारतीय क्रिकेटरों का पैसा नहीं कटेगा।
हालांकि, गांगुली ने ये भी संकेत दे दिए हैं कि अगर आइपीएल 2020 का सत्र कैंसिल हो जाता है तो फिर खिलाड़ियों पर गाज गिर सकती है। वैसे भी कई क्रिकेट बोर्ड अपनी टीम के खिलाड़ियों का वेतन काट चुके हैं।
पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने हमारे सहयोगी अखबार मिड-डे से कहा है, “हमें अपनी वित्तीय स्थिति की जांच करनी होगी, देखना होगा कि हमारे पास कितना पैसा है और इसके बाद हम फैसला करेंगे।
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की मेजबानी नहीं करने से बोर्ड को 4 हजार करोड़ का नुकसान होगा जो कि बहुत बड़ा है। यदि आइपीएल होता है, तो हमें वेतन में कटौती के लिए नहीं जाना पड़ेगा। हम चीजों का प्रबंधन करेंगे।”
सौरव गांगुली ने ये भी कहा है कि लोगों को नहीं पता है कि एक मैच को आयोजित कराने के लिए कितना पैसा खर्च होता है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को काफी नुकसान झेलना पड़ा है, जिसको लेकर गांगुली ने कहा है, “देखिए, इसमें बहुत सारे खर्च शामिल होते हैं।
लोग सोच भी नहीं सकते कि खेल को चलाने के लिए कितने पैसों की जरूरत होती है।” यह स्पष्ट है कि वित्तीय संकट को रोकने के लिए ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड भारत के खिलाफ घरेलू सीरीज खेलना चाहता है।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने चार टेस्ट के बजाय पांच टेस्ट मैचों की सीरीज ऑस्ट्रेलिया में खेलने के लिए भारत के सामने प्रस्ताव रखा था, जिस पर सौरव गांगुली ने कहा है, “मुझे नहीं लगता कि ऑस्ट्रेलिया में भारत के लिए पांच टेस्ट मैचों में भाग लेना संभव होगा।
सीमित ओवरों के खेल होंगे और इसके अलावा हमें 14-दिवसीय क्वारंटाइन दिशानिर्देशों पर भी विचार करना होगा। यह सब दौरे का विस्तार करेगा।”