बरेली। बरेली में एक शख्स ने अपनी पत्नी को सिर्फ इसलिए तलाक दे दिया क्योंकि उसने उसे मोबाइल फोन चुराने पर डांटा था। दरगाह आला हजरत के प्रवक्ता और इस्लामिक जानकार इस शख्स द्वारा दिए गए इस तलाक को जायज बता रहे हैं। हालांकि पत्नी का कहना है कि जिस वक्त उसने उसे तलाक दिया उस वक्त वह नशे में था। उसका आरोप है कि उसके पति ने उसे और उसके बच्चों को घर में दोबारा घुसने पर जान से मारने की धमकी भी दी है।
पुलिस के मुताबिक शबनम बी नाम की एक 35 वर्षीय महिला ने थाने में अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। इसमें उसे पति द्वारा जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप लगाया है। उसका पति आजाद रिक्शा चलाता है। शबनम के मुताबिक उसने अपने पति को एक दुकान से मोबाइल चुराने के लिए डांट लगाई थी। इस दौरान मोबाइल शॉप ऑनर और पुलिस भी उसके यहां आजाद से पूछताछ करने आई थी।
लेकिन इसके बाद आजाद अपनी पत्नी पर ही बिगड़ गया और उसने उसकी पिटाई भी कर दी। इस दौरान बीच-बचाव में आए अपने तीन बच्चों को भी उसने नहीं बख्शा और उनकी भी जमकर पिटाई की और घर से बाहर निकाल दिया। शबनम के मुताबिक वह एक हथियार भी लेकर आया और कहा कि यदि उन्होंने घर में दोबारा घुसने की कोशिश की तो वह उन्हें जान से मार देगा। इस दौरान उसने उसको तीन बार तलाक-तलाक-तलाक भी कहा।
नशे में धुत पति के तलाक दिए जाने के बाद शबनम ने इस बाबत मुस्लिम जानकारों से भी राय मांगी, लेकिन सभी ने शबनम की दलील को खारिज कर दिया। आला हजरत दरगाह के प्रवक्ता ने बताया कि यदि आजाद को सुबह तक अपने दिए तलाक की बात याद रहती है तो यह तलाक भी जायज है। उनके मुताबिक आजाद अपने दिए तलाक को सुबह भी नहीं भूला था।
इस सब के बाद शबनम का कहना है कि वह उससे अलग रहने को तैयार है लेकिन आजाद को जेल भेजा जाना चाहिए। उसने पुलिस से अपनी और अपने बच्चों की जान को आजाद से खतरा बताया है। वहीं पुलिस ने फिलहाल आजाद को एक करार लिखने के बाद छोड़ दिया है। इसमें लिखा गया है कि वह अपने बच्चों और बीवी को कुछ नहीं कहेगा।