नोटबंदी और जीएसटी के असर से देश की इकोनॉमी धीरे-धीरे उबरने लगी है. ऐसे में बुधवार को आ रहे अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के जीडीपी आंकड़े मोदी सरकार के लिए अच्छी खबर ला सकते हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि इस दौरान जीडीपी की वृद्धि दर 6.9 फीसदी रह सकती है. अगर ऐसा होता है, तो इस मामले में भारत चीन से आगे निकल सकता है.
पिछले हफ्ते ही आए रॉयटर्स पोल में उम्मीद जताई गई है कि अक्टूबर से दिसंबर तिमाही के बीच भारत की जीडीपी की रफ्तार 6.9 फीसदी रह सकती है. जो अनुमान रॉयटर्स पोल में लगाया गया है, अगर आंकड़े उसी तरह आते हैं तो भारत चीन से आगे निकल जाएगा. इसकी मदद से भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली इकोनॉमी बन जाएगी. जीडीपी के आंकड़े बुधवार को शाम के करीब 5.30 बजे जारी हो सकते हैं.
बता दें कि अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में चीन की जीडीपी की रफ्तार 6.8 फीसदी रही थी. इससे पहले 2016 में भारत की जीडीपी में तेज वृद्धि देखने को मिली थी. यह 2016 के आखिरी तीन महीनों के दौरान से तेजी से बढ़ी थी.
वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में जीडीपी ग्रोथ रेट 6.3 फीसदी रहा. जीडीपी के इन आंकड़ों से केन्द्र सरकार को राहत पहुंची, क्योंकि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी विकास दर 5.7 फीसदी थी.
पहली तिमाही में विकास दर के आंकड़े 13 तिमाही के निचले स्तर पर पहुंच गए थे और इसके लिए आर्थिक जानकारों ने नवंबर 2016 में नोटबंदी समेत बड़े आर्थिक उलटफेर को जिम्मेदार ठहराया था.
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