राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के सत्ता में आने के बाद से ही मालदीव सरकार की तरफ से जिस तरह से भारत विरोधी रवैया अपनाया गया है उसका असर इतना शीघ्र दिखाई देगा यह किसी ने सोचा नहीं था। मालदीव सरकार ने अपने उन सभी मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया है जिन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी की लक्षद्वीप दौरे के समय जारी फोटो पर काफी आपत्तिजनक टिप्पणियां की थी।
मालदीव सरकार ने अपने ही तीन मंत्रियों मरियम शिऊना, मालशा शरीफ और हसन जहान को बर्खास्त किया है। बर्खास्तगी का यह कदम पीएम मोदी पर की गई टिप्पणियों के विरोध में सैकड़ों भारतीयों की तरफ से मालदीव में होटल बुकिंग और हवाई जहाज की टिकट बुकिंग करने और भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से इस बारे में वहां की सरकार के समक्ष मामला उठाने के बाद उठाया गया है। अपुष्ट आंकड़ों के अनुसार चार हजार से ज्यादा भारतीयों ने मालदीव में अपनी बुकिंग रद कराई है। इन मंत्रियों व कुछ दूसरे राजनेताओं की तरफ से भारत पर की गई टिप्पणियों के बाद सोशल मीडिया पर जबरदस्त मालदीव विरोधी माहौल बना।
सैकड़ों भारतीयों ने कैंसिल की मालदीव जाने की अपनी टिकटें
सैकड़ों भारतीयों ने मालदीव जाने की अपनी टिकटें कैंसिल कराने की सूचना सार्वजनिक की। इसके पहले माले स्थित भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर ने वहां के वरिष्ट अधिकारियों के समक्ष भारत की आपत्ति को दर्ज भी कराया। इस दौरान मालदीव की विपक्षी पार्टियों के अलावा पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नाशीद, पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद सोलिह, पूर्व विदेश मंत्री अबदुल्लाह शाहिद ने भी पीएम मोदी को लेकर की गई टिप्पणियों पर अपनी गहरी नाराजगी का इजहार किया और राष्ट्रपति मुइज्जू से उपयुक्त कार्रवाई की मांग की।
ये व्यक्तिगत पर की गई टिप्पणियां हैं- मालदीव सरकार
इसके बाद मालदीव के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर इस पूरे विवाद से अपने आपको अलग करने की कोशिश की। इसमें कहा गया है कि, “मालदीव की सरकार विदेशी नेताओं और कुछ शीर्षस्तरीय लोगों के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणों के बारे में जानती है। ये व्यक्तिगत पर की गई टिप्पणियां हैं और मालदीव की सरकार इसका समर्थन नहीं करती।
मालदीव सरकार के प्रवक्ता ने तीन उप मंत्रियों को बर्खास्त करने का किया ऐलान
हमारी सरकार यह मानती है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का लोकतांत्रिक व जिम्मेदारी से पालन होना चाहिए। यह नफरत, नाकारात्मकता फैलाने वाला नहीं होना चाहिए और ना ही इससे मालदीव के किसी दूसरे देश के साथ रिश्तों पर असर होना चाहिए। हालांकि सरकार के संबंधित विभाग इस तरह की टिप्पणी करने के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कदम उठाने से नहीं हिचकेगी।” इस बयान के कुछ ही देर बाद मालदीव सरकार के प्रवक्ता ने तीन उप मंत्रियों को बर्खास्त करने का ऐलान किया।
बर्खास्त करने का यह दुनिया में पहला मामला
जानकारों का कहना है कि यह दुनिया में पहला मामला है जब किसी एक देश के मंत्रियों को इसलिए बर्खास्त किया गया है कि उन्होंने दूसरे देश के किसी नेता के खिलाफ टिप्पणी की है। इस कदम को मुइज्जू सरकार की तरफ से भारत के साथ रिश्तों को बेहतर बनाने से ज्यादा वहां के पर्यटन उद्योग को बचाने के लिए उठाया गया है।
मालदीव की पूरी इकोनमी पर्यटन पर टिकी
मालदीव की पूरी इकोनमी पर्यटन पर टिकी हुई है और वहां जाने वाले विदेशी पर्यटकों में सबसे ज्यादा भारतीय होते हैं। दूसरे स्थान पर रूस व तीसरे पर चीन है। पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि पिछले 24 घंटे में भारतीयों की तरफ से मालदीव में कराये गये 4000 होटल बु¨कग रद्द किये गये हैं। इसी तरह से करीब तीन हजार हवाई टिकटों को रद्द करने की सूचना है।