दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज कागिसो रबाडा ने आईसीसी से गुहार लगाया है कि उन पर लगे बैन को हटा दिया जाय। इस बात की पुष्टि क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने की है। गौरतलब है कि हाल ही में आईसीसी ने उनको दो टेस्ट मैचों के लिए सस्पेंड करने का फैसला लिया था। दरअसल, रबाडा को अनुशासन नियम के लेवल 2 का दोषी पाया गया। इसके लिए अब रबाडा ने आईसीसी से गुहार लगाई है कि उन्हें अगले मैचों में शामिल किया जाए।
दरअसल, मामला यह था कि पोर्ट एलिजाबेथ टेस्ट के पहले दिन स्टीव स्मिथ को LBW करने के बाद रबाडा के जश्न मनाने के तरीके पर आईसीसी की नजर थी। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान को आउट करने के बाद रबाडा का आक्रामक रुख सुर्खियों में रहा। रबाडा ‘यस-यस’ कर स्मिथ की दिशा में दौड़े थे। इस मामले में रबाडा की मैच फीस का 50 प्रतिशत हिस्सा भी काटा गया है। रबाडा के खाते में तीन डीमेरिट पॉइंट भी जुड़े और जुर्माने के तौर पर उनकी मैच फीस की 50 प्रतिशत राशि काटी गई।
रबाडा के खाते में 3 डीमेरिट अंक जुड़ते ही इस साल उनके डीमेरिट प्वाइंट्स की संख्या 8 हो गई। आईसीसी नियमों के मुताबिक 24 महीने में 8 डिमेरिट अंक होने पर किसी खिलाड़ी पर दो मैचों का प्रतिबंध लगाया जाता है। जुबानी लड़ाई के लिए खिलाड़ी को सिर्फ एक डीमेरिट अंक दिया जाता है, लेकिन शारीरिक संपर्क आईसीसी के लेवल 2 अपराध के तहत आते हैं।
बता दें कि रबाडा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट में मैच विजयी प्रदर्शन किया। उन्होंने मैच में कुल 11 विकेट लिए। दक्षिण अफ्रीका ने इसकी मदद से सोमवार को टेस्ट के चौथे दिन मुकाबला 6 विकेट से जीतकर चार मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर की। रबाडा को बेहतरीन प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।
इससे पहले पिछले साल फरवरी में रबाडा को तीन डीमेरिट पॉइंट मिले थे। तब श्रीलंका के निरोशन डिकवेला से उनका कंधा टकराया था। इस मैच में उन्हें 50 फीसदी मैच फीस भी गंवानी पड़ी थी। इसके बाद जुलाई में लॉर्ड्स में इंग्लैंड के बेन स्टोक्स को इशारा करने के बाद उन्हें एक अंक और मिला। जिससे उन्हें ट्रेंट ब्रिज में खेले गए दूसरे टेस्ट से बाहर बैठना पड़ा।
मालूम हो कि चार डीमेरिट अंक होने पर खिलाड़ी को एक टेस्ट या दो वन-डे मुकाबलों से बाहर बैठना पड़ता है। खिलाड़ियों के खाते में डीमेरिट पॉइंट 24 महीने तक रहते हैं, भले ही वह चार अंकों के पड़ाव से आगे निकल गया हो।