रायपुर/धमधा। शगुन गौशाला में मरने वाली गाएं मैत्री बाग के शेरों का निवाला बनती थीं। रविवार को पदयात्रा कर राजपुर पहुंचे कांग्रेस नेताओं का दावा है कि ग्रामीणों ने इस बात का खुलासा किया है। ग्रामीणों के मुताबिक गौशाला का संचालक जू को गौमांस बेचा करता था।अभी-अभी: संयुक्त राष्ट्र ने भारत को बताया सबसे सुरक्षित देश, कहा- यहां सभी धर्मों के लोग…
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल और पूर्व नेता-प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे का आरोप है कि सरकार के संरक्षण में गौशालाओं के संचालक केवल गौमांस नहीं, बल्कि गायों की खाल और हड्डियां भी बेच रहे हैं। इन नेताओं ने सरकार से गौशालाओं की न्यायिक जांच कराने की मांग की है।
पीसीसी अध्यक्ष बघेल, पूर्व नेता-प्रतिपक्ष चौबे, राज्यसभा सांसद छाया वर्मा, विधायक गिरवर जंघेल, गोरेलाल बर्मन, एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा समेत अन्य नेता धमधा पहुंचे। यहां से राजपुर स्थित शगुन गौशाला तक पदयात्रा की।
कांग्रेस नेताओं के साथ एहतियात के तौर पर टीयर गैस के गोलों के साथ पुलिस बल भी था। कांग्रेस नेताओं के अनुसार गौशाला की बाउंड्रीवॉल के गेट से लेकर भीतर तक इतना कीचड़ और गंदगी थी कि कहीं पैर रखने की जगह नहीं मिली।
भीतर अलग-अलग जगहों पर 5-6 गाएं मरी पड़ी मिलीं। कांग्रेस नेताओं ने आशंका जताई है कि गायों को मरे एक या अधिक दिन हो गए हैं, लेकिन अब तक हटाया नहीं गया है। इससे गौशाला की 40 गायों में संक्रमण का खतरा है। इन गायों के सामने न चारा था और न ही पानी।
निरीक्षण के बाद राजपुर में सभा
गौशाला के निरीक्षण के बाद कांग्रेस नेताओं ने राजपुर में सभा की। पीसीसी अध्यक्ष ने ग्रामीणों से बात की। ग्रामीणों ने बताया कि गौशाला से अक्सर मृत गायों को गाड़ी में भरकर ले जाया जाता था। ग्रामीणों को गौशाला के कर्मचारियों से पता चला था कि मृत गायों को भिलाई स्थित मैत्री बाग ले जाया जाता था।
बघेल ने सभा में आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस गायों पर राजनीति करते हैं। गौ तस्करी का आरोप लगाकर कई हत्याएं कर चुके हैं। चौबे ने कहा, हिंदुओं में गौ हत्या करने वाले को गोबर से नहलाया जाता है। 21 दिन तक वह भीख मांगकर गुजारा करता है। पाप धोने के लिए बानबरग कुंड में नहाता है। गायों की मौत के लिए जिम्मेदारों को भी हिंदू नियम का पालन करना चाहिए।
दो गौशालाओं का संभागायुक्त, कलेक्टर ने किया निरीक्षण
दुर्ग संभाग के आयुक्त बृजेशचंद्र मिश्र और कलेक्टर बेमेतरा कार्तिकेया गोयल ने रविवार को ग्राम गोडमर्रा की फूलचंद गौशाला और रानो में मयूरी गौशाला का आकस्मिक निरीक्षण किया। यहां भारी अव्यवस्थाएं मिलीं, इसलिए मवेशियों को अन्य जिलों की गौशालाओं में पहुंचाने के निर्देश दिए।